विश्व दुग्ध दिवस यानी विश्व दूध दिवस World Milk Day हर साल 1 जून को मनाया जाता है। विश्व खाद्य संगठन की पहल पर दुग्ध दिवस से मनाया जाता है। दूध और दूध से बने प्रोडक्ट जैसे दही पनीर मिठाइयां आदि को बढ़ावा देने के लिए और डेयरी उद्योग के विकास के लिएविश्व दुग्ध दिवस मनाया जाता है। इसके अलावा जिस दुग्ध दिवस मनाने का एक बड़ा कारण है कि लोगों को सही पोषण वाला भोजन दिलाना होता है। दूध में कई तरह के पोषक तत्व और मिनरल्स होते हैं जो शरीर और मन के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। इसलिए दूध की इस पोषण सकती के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व खाद्य संगठन और विश्व स्वास्थ्य संगठन की पहल पर 2001 में विश्व दुग्ध दिवस (World Milk Day 2022) मनाने की परंपरा 1 जून को शुरू हुई थी।
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भारत में दुग्ध दिवस कब मनाया जाता है?
हमारे देश में 26 नवंबर को राष्ट्रीय दूध दिवस मनाया जाता है। आपको बता दें कि राष्ट्रीय दुग्ध दिवस है महान वैज्ञानिक वर्गीज कूरियन जी के जन्मदिवस पर मनाया जाता है क्योंकि उन्होंने दूध उत्पादन में अपना बहुमूल्य योगदान दिया था। उनके कारण ही भारत के गांव-गांव में दूध उत्पादन की श्वेत क्रांति शुरू हुई थी और भारत दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनता चला गया।
विश्व दुग्ध दिवस 2022 की थीम क्या है?
जैसा कि आप जानते हैं, पूरी दुनिया में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने और दूध के पोषण शक्ति के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व दुग्ध दिवस 1 जून को मनाया जाता है। हर साल World Milk Day 2022 की थीम (WORLD MILK DAY 2022 THEME) इस बार विश्व दुग्ध दिवस 2022 की थीम है-
डेयरी क्षेत्र में स्थिरता (stability, साथ ही पर्यावरण (polution), पोषण (nutritation) और सामाजिक आर्थिक सशक्तिकरण (social-economic-Empowerment) है।
डेरी से जुड़े संस्था और विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसी संस्थाएं इस दिवस के अवसर पर लोगों को जागरूक करने के लिए कई तरह के जन जागरूकता अभियान चलाते हैं।