जब काले धन की बात हुए थी तब एक ऐसा दिन आया था,जिस दिन सरकार ने नोटबंदी की और सभी ने अपना कला धन न जाने कहाँ कहाँ किया | उससे इतना तो पता चला कि वाकई हमारा भारत देश गरीब नहीं हैं | सरकार ने तब और कई नियम निकले जो कला धन की बढ़त को रोक सके | कोई प्रकार के टैक्स जो भारत में उन्नति कि बढ़ोतरी को लेकर बनाए गए |
ऐसा ही एक और नियम सरकार की तरफ से निकला गया | "GST" इसके बारें में सभी जानते हैं | कानपुर में 60 करोड़ GST की चोरी पकड़ी गई और 400 करोड़ रुपए का फर्जी बिल बनाया | अब ये समझ नहीं आता के लोग ज्यादा होशियार और समझदार हैं या सरकार बेवक़ूफ़ | सरकार द्वारा निकाले गए इतने नियम के बाद भी चोरी करने वाले tax में चोरी करते हैं | पर कैसे ?
एक खबर के अनुसार :- GST इंटेलिजेंस को खुफिया जानकारी प्राप्त हुए | उसके बाद कानपुर में व्यापारी मनोज कुमार जैन और चंद्र प्रकाश तयाल के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की गए | जब वहाँ छापे मारे गये तो पता चला कि दोनों व्यापारियों ने फर्जी बिल की सहायता से सरकार से करीब 60 करोड़ का GST घोटाला कर रखा हैं |
एक रिपोर्ट के मुताबिक "GST लागू होने के एक साल के भीतर दोनों व्यापारियों ने मिलकर करीब 400 करोड़ रुपए का फर्जी बिल बनाकर 60 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की हैं | दोनों व्यापारी अलग-अलग फर्म के जरिए फर्जी बिल बनाते थे और माल की सप्लाई करते थे "