Preetipatelpreetipatel1050@gmail.com | पोस्ट किया
सूरज हमारे सौरमंडल के केन्द्र में स्थित एक तारा होता है जिसके चारों और पृथ्वी चक्कर लगाती हैं। सूरज हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा पिंड है और उसका व्यास लगभग 13 लाख 90 हज़ार किलोमीटर होता है जो की पृथ्वी से 109गुना अधिक है। रोशनी का यह एक शक्तिशाली गोला है मेन रूप से यह हाइड्रोजन और हीलियम गैसों का एक बड़ा गोला होता है । परमाणु विलय की प्रोसेस द्वारा सूर्य अपने केंद्र बिंदु में ऊर्जा उत्पन्न करता है। जिससे सूर्य से निकली हुई ऊर्जा का एक छोटा सा पार्ट ही पृथ्वी तक पहुँचता है जिसमें से १५ % अंतरिक्ष में परिबर्तन हो जाता है,30 % पानी से भाप बनाने में काम आता है और बहुत अधिक सी ऊर्जा हमारे पेड़-पौधे और समुद्र सोख लेते हैं।
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