Content Writer | पोस्ट किया
ADHD सामान्य समस्या नहीं हैं | ADHD का अर्थ हैं - Attention deficit hyperactive disorder, यह एक दिमाग से सम्बंधित बीमारी हैं, जो बच्चों और बड़ों दोनों को हो सकती हैं | लेकिन यह रोग बच्चों को अधिक होता हैं | इस बीमारी में होने के कारण इंसान का व्यवहार बदल जाता हैं, इन्सान की याददास्त कमजोर हो जाती हैं | अर्थात दूसरे शब्दों में यह कह सकते हैं, कि जिसको ये बीमारी होती हैं, उसका ध्यान केंद्रित नहीं होता |
यह लड़कियों से ज्यादा लड़कों को होती हैं | लड़कियों से ज्यादा लड़कों को होना , उसका कारण यह हैं, कि लडकियां जितनी भावुक होती हैं, उतनी ही उनमें सोचने और समझने की शक्ति अच्छी और सही होती हैं | जबकि लड़के किसी बात को जल्दी नहीं समझते और उन्हें गुस्सा जल्दी आता हैं |
ADHD के लक्षण :
• बच्चों में ADHD के लक्षण :-
- स्कूल और घर पर किसी काम को लेकर ढेर सारी गलतियां करना |
- किसी के निर्देश को नहीं समझना और उन्हें अनदेखा करना |
- कोई भी काम हो उसको सही तरीके से नहीं करना |
- अपनी copy व homework भूल जाना ।
- बहुत सी बातें भूलना और व्यवहार अधिक चंचल होना |
- एक स्थान पर न बैठे रहना और अधिक व्याकुल होना |
- इन्तजार न कर पाना |
• बड़ों में ADHD के लक्षण :-
- आसानी से किसी भी चीज से ध्यान हट जाना |
- काम को करने में योजनाबद्ध न होना |
- अक्सर बातें भूल जाना |
- हमेशा यहाँ वहाँ की बातें करना काम की बातों से ध्यान हटना |
- किसी भी बात पर जल्दी बैचैन हो जाना |
(Courtesy : NDTV Khabar )
ADHD समस्या को मुश्किल न समझें ...... इसके उपाय जानने के लिए नीचे link पर Click करें :-
https://www.letsdiskuss.com/blog/kaise-smjhe-bacchon-kee-pareshaniyaan
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
दोस्तों आप ADHD समस्या के बारे में तो सुना ही होगा आज इस पोस्ट में हम आपको ADHD समस्या के बारे में जानकारी देंगे। ADHD का पूरा नाम अटेंशन डिफिसिट हाइपरएप्टिव डिसऑर्डर है। यह समस्या ज्यादातर स्कूल जाने वाले बच्चों में देखी जा सकती है यदि आपके बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता है वह शांति से एक जगह पर नहीं बैठ सकता है उसको एक जगह बैठने में परेशानी होती है तो यह एडीएचडी की समस्या हो सकती है। कभी-कभी यह समस्या फैमिली से भी हो जाती है यदि फैमिली में किसी को यह समस्या है तो यह समस्या आने वाली पीढ़ी को भी हो सकती है। दिमाग को सक्रिय रखने या नियंत्रित रखना का एक निश्चित क्षेत्र होता है। और जब इस क्षेत्र की सक्रियता कम हो जाती है तो एडीएचडी की समस्या हो सकती है। इसीलिए खुद को एक्टिव रखना बेहद आवश्यक है।
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
ADHD :- अटेंशन डिफिसिट हाइपर एक्टिविटी डिसऑर्डर एक सामान्य व्यवहार संबंधी विकार है, जो लगभग 10% स्कूल जाने वाले बच्चों और किशोरो को भी प्रभावित करता है। यह स्थिति वयशक्त तक जारी रह सकती है।
यह लड़कियों से ज्यादा लड़कों को होती है, लड़कियों से ज्यादा लड़कों को होना इसका कारण यह है, की लड़कियां जितनी भावुक होती हैं, उतने ही उनमें सोचने और समझने की शक्ति अच्छी और सही होती है।जबकि लड़की किसीबात को जल्दी नहीं समझते और उन्हें जल्दी गुस्सा आ जाता है।
व्यायाम:-
व्यायाम करने से मस्तिक में सकारात्मक बदलाव होता है।वास्तव में व्यायाम करने से एडीएचडी वाले बच्चों को असफलताओं से उभरने के लिए और उन चीजों की चुनौती का सामना करने में मदद मिल सकती है। जिनमे वो पहले सफल नहीं हुए थे। चलना, दौड़ना, योग, तैरना,एरोबिक्स, और जिमनास्टिक आदि व्यायाम के विभिन्न रूप हैं।
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
क्या आप जानते हैं कि ADHD समस्या क्या होती है। शायद आपको इसके बारे में जानकारी नहीं होगी तो कोई बात नहीं चलिए हम आपको इस आर्टिकल में इससे जुड़ी समस्त जानकारी देते हैं। ADHD की समस्या एक तरह की मानसिक समस्या है। जो व्यवहार में अधिक सक्रियता पैदा कर सकता है जो व्यक्ति से ग्रसित हो जाता है वह अपने किसी एक काम पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता है ADHD :- अटेंशन डिफिसिट हाइपर एक्टिविटी डिसऑर्डर एक सामान्य व्यवहार संबंधी विकार है, जो लगभग 10% स्कूल जाने वाले बच्चों और किशोरो को भी प्रभावित करता है। यह स्थिति वयशक्त तक जारी रह सकती है।
यह लड़कियों से ज्यादा लड़कों को होती है, लड़कियों से ज्यादा लड़कों को होना इसका कारण यह है, की लड़कियां जितनी भावुक होती हैं, उतने ही उनमें सोचने और समझने की शक्ति अच्छी और सही होती है।जबकि लड़की किसीबात को जल्दी नहीं समझते और उन्हें जल्दी गुस्सा आ जाता है।
0 टिप्पणी