Mathematics एक ऐसा विषय है जिसे देखकर बच्चे तो बच्चे बड़ो के भी पसीने छूटने लगते है | अक्सर हम देखते हैं, कि बच्चे कक्षा दूसरी - तीसरी तक तो गणित का विषय ख़ुशी से पड़ते हैं, परन्तु जैसे-जैसे उनकी कक्षा बढ़ती जाती हैं, वे Mathematics से अपना जी चुराने लगते है | बच्चो का ध्यान Mathematics से हटना शुरू होता है, और धीरे-धीरे एक स्थिति ऐसी आ जाती हैं, कि बच्चे Mathematics से दूर होते चले जाते हैं | बच्चों का Mathematics को लेकर जी चुराना या इस subject से दूर हो जाना उनको बाकी बच्चो से Mathematics में पीछे कर देता हैं |
माता अक्सर अपने बच्चे को घर में ही पढ़ाती है, परन्तु गणित के लिए वह उसे या तो Tuition भेजती है या बच्चे के पिता , बड़े भाई - बहन या चाचा -बुआ को कहती है , परन्तु बच्चे की गणित के प्रति रूचि में कोई सुधार नहीं आता | अक्सर बच्चे की पढाई को लेकर उसकी माँ अधिक चिंतित होती हैं, वो न तो अपने बच्चे को अधिक कुछ कह सकती हैं, और न ही उसको और बच्चो से पढाई में पीछे होता हुआ देख सकती हैं | आज हम आपके इस प्रश्न के और हर माँ की इस चिंता के बारें में बात करेंगे |
सबसे पहले आपको ये बता दें, कि डर के कारण आपका बच्चा कभी ठीक तरह से पढ़ाई नहीं कर सकता |आपको बतातें हैं, किस प्रकार एक माँ अपने बच्चे की Mathematics में रूचि पैदा कर सकती है, और Mathematics के प्रति बच्चे के मन में जो डर है, उसे निकाल सकती है |
गणित में बच्चे के पिछड़ने के कारण :
किसी भी समस्या के निवारण हेतु हमें सर्वप्रथम उस समस्या के बारें में जानना जरुरी होता हैं | आइये पहले ये जानते हैं, कि बच्चे के Mathematics में खराब प्रदर्शन के क्या कारण है |
- प्रायः बच्चे Mathematics से डरते हैं, क्योंकि उन्हें Mathematics समझ नहीं आती जिसका मुख्य कारण उनकी Mathematics में अभ्यास ( practice ) की कमी है |
- अक्सर माता पिता बच्चे की पढ़ाई को पूरी तरह से उनके Tutor पर छोड़ देते है | कोई भी Tutor बच्चे को केवल सवाल समझा सकता हैं, उस सवाल को करने का तरीका बता सकता है, और एक सीमा तक ही कोशिश कर सकता हैं, पर उसके बाद अच्छे प्रदर्शन की ज़िम्मेदारी आपके बच्चे पर ही आती है |
- माता पिता का बच्चे पर ध्यान न देना व उसकी समस्या को न समझना, बच्चे को उसकी पढ़ाई से दूर कर सकता है |
- अक्सर हम खुद ही बच्चे के मन में यह डर डाल देते हैं, कि Mathematics बहुत कठिन विषय है | जिससे उसके आत्मविश्वास में कमी आती है, और वह Mathematics से भयभीत होने लगता है |
Math’s विषय में रूचि पैदा कैसे करें :
Mathematics के विषय में रूचि पैदा करने के लिए सबसे पहले तो आपको Mathematics को अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में शामिल करना होगा | जी हाँ ! सही सुना आपने , आपको अपने छोटे मोटे काम में भी Mathematics को शामिल करना होगा | इसके लिए कुछ तरीके हैं, जिससे यह काम बहुत ही आसान हो जायगा और आपको लगेगा ही नहीं कि Mathematics कभी कठिन भी थी |
- बच्चे से छोटे छोटे सवाल करवाइये जैसे टॉफिया गिनना , जोड़ और घटा करके बताना , कहीं होटल में गए है तो बच्चे को बिल जोड़कर बताने के लिए कहना, या अगर आप कही जा रहें हैं और आपके सामने कोई गाड़ी खड़ी हैं, तो अपने बच्चे को कहें कि इसके नंबर को जोड़ो या घटाओ , ऐसा ही खेल खेल में आप अपने बच्चे को Mathematics पढ़ा सकते हैं |
- Mathematics पढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है, सही समय का चुनाव करना | अक्सर स्कूल से आते ही बच्चे थके हुए होते हैं, और अगर उस वक़्त आप उन्हें पढ़ाना चाहते है तो ये सही समय नहीं होता और शाम के समय उनका पूरा ध्यान खेल पर होता है | इसलिए ये आपको अपने आप निर्धारित करना होगा कि आपके बच्चे का ध्यान कब पढ़ाई में लग सकता हैं, तो उस वक़्त का चुनाव करें |
- बहुत से बच्चे रात में ध्यान लगाकर पड़ते है | यह हमारी राय नहीं होनी चाहिए कि कब बच्चे को पढ़ना चाहिए यह बच्चे कि इच्छाशक्ति पर भी निर्भर करता है कि किस समय उसका पढ़ने में ध्यान लगता है |
- Mathematics में एक बहुत महत्वपूर्ण तथ्य यह है, कि Mathematics के लिए नियमितता बहुत जरुरी है अर्थात नियमित रूप से उसका अभ्यास | यदि गणित में अभ्यास नहीं किया गया तो यह लाज़मी है, कि कुछ ही दिनों में बच्चा उसको भूल जाए | बच्चे को कम से कम रोज़ 30 से 45 मिनट के लिए गणित के अभ्यास कराने के लिए जरूर बिठाइये |
- यदि आपका बच्चा 9 - 10 वर्ष का है तो उसे 20 तक पहाड़े आने ही चाहिए और यदि वह 11 - 12 साल का है तो उसे 25 तक पहाड़े रटवा दें | जी बिलकुल ! आपने बिलकुल सही पढ़ा कि बच्चे को पहाड़े रटवा दें | गणित में बहुत आवश्यक है, कि बच्चे को पहाड़े आने चाहिए इससे वह हर सवाल मिनटों में कर लेगा | पहाड़े ना आने पर यह सामान्य है, कि बच्चे में झिझक होगी व आत्मविश्वाश की कमी के साथ-साथ उसे किसी भी सवाल को करने में ज़रूरत से ज़्यादा समय लगेगा | बच्चे को यदि कुछ जल्दी समझ आएगा तो वह उतनी ही रूचि के साथ वह पड़ेगा व समझेगा |
- आजकल online चीज़ो का trend बहुत बढ़ गया है, और इसमें कोई दोहराये नहीं है, कि बच्चे अक्सर online videos देखना पसंद करते है | कुछ ऐसी apps है, जिससे बच्चे आसानी से पढ़ सकते हैं, और किसी चीज़ को समझ सकते है |
Khan Academy ऐसी ही एक app है, जिससे बच्चे आसानी से गणित समझ सकते हैं | यदि बच्चे के पिता या अध्यापक उसे कुछ नहीं समझा पा रहीं और वही चीज़ वह online देखकर समझ रहा है, तो इसमें कोई बुराई नहीं | बस आपको ध्यान रखने कि आवश्यकत है, कि बच्चा पूर्ण रूप से उस पर निर्भर न हो जाये |
यह कुछ ऐसे तरीके है जिनसे आप बच्चे के मन में गणित को लेकर रूचि पैदा कर सकते है |