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जैसे कि आप सभी जानते हैं कि संस्कृत भाषा का प्रयोग पर प्रचीन काल से चला आ रहा है संस्कृत भाषा को हम अमरभाषा भी कहते हैं आपने यह भी देखा होगा कि कई बड़े-बड़े ग्रंथों को संस्कृत भाषा में लिखा गया है। लेकिन आज के समय में संस्कृत भाषा विलुप्त होते जा रही है आज यहां पर हम आपको संस्कृत भाषा में कुछ पक्षियों के नाम बताएंगे।
पक्षी = खग:
कोयल = कोकिल:
कौवा = काक :
बगुला= वक :
मोर = मयूर:
तोता = शुक :
राज हंस =राज : हंस :
पतंगा = शलभ:
सारस = सारस:
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Teacher | पोस्ट किया
संस्कृत भाषा को अमरभाषा भी कहा जा सकता है । संस्कृत भाषा का प्रयोग प्राचीन काल चला आ रहा है । कई बड़े-बड़े ग्रन्थ संस्कृत में ही लिखे गए हैं और आपकी जानकारी के लिए यह बता दें कई सारे संस्कृत शब्द के अंग्रेजी में प्रयोग किये जाते हैं । परन्तु देखिये न जिस भाषा से मानव जाति को धर्म और संस्कृति का बोध करवाया वही भाषा अब लुप्त हो गई है । लोग संस्कृत तो छोड़िये आज के समय में हिंदी भी बोलना पसंद नहीं करते ।
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Occupation | पोस्ट किया
बहुत से लोग पक्षियों के नाम सिर्फ हिंदी मे जानते है लेकिन संस्कृत मे पक्षियों के नाम बहुत ही कम लोग जानते है। चलिए हम आपको पक्षियों के नाम संस्कृत भाषा मे
बातएंगे -
कोकिला :=कोयल
काक:=कौआ
शुक्र: =तोता
वक :=बगुला
भम्रर :=भौरा
जतुका =चमगागद
श्येन :=चील
कुक्कुटः=मुर्गा
सारस :=सारस
कपोतः=कबूतर
गृध :=गिद्ध
उलूक :=उल्लू
मधुपः=मक्खी
उष्टपक्षी =शुतुरमुर्ग
गरुड़ :=गरुण
कुक्कुटी=मुर्गी
तितिरः=तीतर
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दोस्तों पहले के समय में ऋषि मुनि संस्कृत में ही श्लोक लिखा करते थे। और पहले के समय में गुरुकुल में भी संस्कृत भाषा का उपयोग किया जाता है। आप हिंदी में पक्षीयों के नाम तों जानते ही होंगे पर क्या आप संस्कृत में पक्षीयों के नाम जानते है यदि नहीं जानते तों चलिये हम आपको बताते है।
कोयल - कोकिल :
कौआ - काक:
चील - श्येंन :
मोर - मयूर :
मुर्गी - कुक्कूटी :
तोता - शुक : कीर :
राज हंस - राज: हंस :
मुर्गा - कुक्कूटा:
चमगादड़ - जतुका।
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