जिनको डाइबिटीज़ है, उनके साथ ऐसा बिल्कुल नहीं कि वो चावल खाना छोड़ दें | मधुमेह जिनको होता है, वो अक्सर मीठी चीज़ों से दूर रहते हैं | आप कुछ टिप्स अपना सकते हैं, जिसके बाद आप चावल का सेवन कर सकते हैं |
- सही चावला का प्रयोग :-
आज कल बाजार में कई तरह के चावल मिल रहे हैं, जिसका सेवन आप कर सकते हैं | जैसे आप अपने खाने में ब्राउन राइस, वाइल्ड राइस, या बासमती चावल जी टूटे न हो उनका इस्तेमाल कर सकते हैं | ब्राउन राइस जितने खाने में स्वादिष्ट हैं, उससे कही ज्यादा यह पोषक तत्त्व से भी भरपूर है | ब्राउन राइस में सही मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो आपके शुगल लेवल को नियमित करता है | साधारण सफ़ेद चावल की जगह अगर आप ब्राउन राइस का प्रयोग करें तो वो ज्यादा सुरक्षित होगा |
- चावल बनाने का तरीका :-
जिनको मधुमेह की परेशानी है, और वो चावल खाना चाहते हैं, तो उनके लिए सबसे जरुरी यह है, कि वो चावल को पकाने का तरीका बदल लें | पहले के समय के लोग चावल खुले बर्तन में बनाते थे | जैसे मिट्टी के बर्तन, या किसी पतीले में तब शायद लोग इस बीमारियों को जानता ही नहीं होगा | जब से कुकर का इस्तेमाल होने लगा तब से ऐसी बीमारियों भी होने लगी | आप कुकर की जगह अगर चावला खुले बर्तन में बनायें तो मधुमेह होने पर भी चावल का सेवन कर सकते हैं |
- संतुलित सेवन :-
आप अगर चावल का सेवन संतुलित तरीके से करें, तो मधुमेह के बाद भी चावला का सेवन किया जा सकता है | चावल जितना आप खाने के लिए उससे अधिक मात्रा में दाल या सब्जी खाने में लें जो भी आप चावल के साथ खाना चाहते हैं |