जी हाँ मैं हाल ही मैं चीन की यात्रा से लौटा हूँ और सच बताऊ तो यह मेरा अब तक का सबसे अच्छा और बढ़िया ट्रैवेलिंग एक्सपीरियंस था | उससे भी अच्छी बात तो यह थी की मैं वहां पर करीब तीन से चार महीने बिताएं है और यह मेरा भारत के बाहर यात्रा करने का सबसे पहला अनुभव था। शुरू शुरू में तो मैं हर समय में काफी डर लग रहा था पर धीरे धीरे अच्छा भी लगने लगा, और कई नयी बातों को सीखने का मौका भी मिला। मैंने चीन चार शहर नानजिंग, बीजिंग, हार्बिन और शंघाई देखे।
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- नानजिंग -
यह चीन का दसवां सबसे बड़ा शहर है और मध्यकाल में चीन की राजधानी भी रही है और यहां देखने के कई स्थल हैं जैसे फुजि मियाओ, 1922 वॉर मेमोरियल, नानजिंग ज़ू, फैशन लेडी, 1912 इत्यादि।
- बीजिंग -
बीजिंग चीन की राजधानी है और यह एक एतिहासिक शहर के तौर पर भी जाना जाता है। यहां आप विश्व के सात अजूबों में शुमार "चीन की दीवार" का आनंद उठा सकते हैं। इसके अलावा आप तियान मेन स्क्वायर, फोर्बिडन सिटी, टेम्पल ऑफ हेवन आदि देख सकते हैं।
- हार्बिन -
चीन का सबसे उत्तरीय शहर। इस शहर में आपको रूसी सभ्यता की झलक देखने को मिलेगी। यह शहर साल के 6 से 8 महीनों तक बर्फ से ढका रहता है। ठंड के मौसम में यहां पर आइस स्कल्पचर और स्नो स्कल्पचर की प्रतियोगितौएँ भी होती हैं। यह प्रतियोगिताएं विशेष रूप से देखने योग्य हैं।
- शंघाई -
चीन की आर्थिक राजधानी। शंघाई चीन का सबसे बड़ा और आधुनिक शहर है। यहां आपको गगन चुम्बी इमारतें दिखेंगी। इम्पीरियल पर्ल टावर और फाइनेंसियल टावर से आप पूरा शंघाई शहर के दृश्य का आनंद उठा सकते हैं। यहां आप 410 किमी/घंटा की गति से चलने वाली मैग्लेव ट्रैन का भी आनंद ले सकते हैं। सायंकाल में बुंड और हांग पू नदी पर रिवर क्रूज अवश्य करें, यह जगह आपको अविश्वसनीय यादें देने के लिए बहुत जरुरी है |
लेकिन हाँ मैं कुछ ऐसी बातों के बारे में भी बताना चाहता हूँ की आपको कहाँ - कहाँ कुछ कुछ परेशानी होने वाली है -
- व्यंजन -
यह बात सभी भारतीयों को ध्यान रखनी चाहिए कि चीन का खाना भारतीय खाने से अति भिन्न है। भारत में हम जिसे "chinese food" कहते हैं, जैसे कि मंचूरियन, चिल्ली चिकन इत्यादि, वह सब नहीं मिलता। यहां के खाने में उबले हुए मांस के विशेष रूप से उपयोग होता हैं। शाकाहारी खाना मिलने में दिक्कत भी हो सकती है। यहां शाकाहारी खाने की कोई संकल्पना नहीं है। इसलिए अगर आप शाकाहारी हैं तो अपने साथ खाने का काफी सारा सामान ले कर चलें और ऐसी जगह रुकें जहां खाना बनाने का प्रबंध हो। वरना आप भी खाने पीने के मामले को ले कर बहुत परेशान होने वाले है |
- भाषा -
यहां की भाषा मैंडरिन है। अंग्रेज़ी केवल बड़े शहरों की युवा पीढ़ी बोलती है। यदि छोटे शहरों की जनता से रूबरू हों तो हो सकता है कि लोग आपसे डर जाएं। लेकिन मूल रूप से सभी आपको इज़्ज़त ही देंगे। कभी कभी सार्वजनिक स्थलों पे लोग आपके साथ फोटो खिंचाने की मांग भी कर सकते हैं। भारतीयों को यहां काफी इज़्ज़त मिलती है। मैंडरिन भाषा के कुछ शब्द सीख लें। यह कुछ शब्द आपके बड़े काम आएंगे। अपने भ्रमणभाष में Google translate अवश्य इनस्टॉल कर लें। कई बार आप ऐसी स्थिति में हो सकते हैं कि जहां कोई भी आपकी भाषा समझने वाला न मिले। ऐसे में Google translate के सहारे आप अपनी बात लिखकर व्यक्त कर सकते हैं। हालांकि मुझे भाषा को ले कर बहुत ज्यादा परेशानी हुई |