अगर आप गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ और नॉर्मल महसूस कर रही हैं तो वॉक जरूर करें। हम सभी जानते हैं कि पैदल चलने से स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं और गर्भवती महिलाओं के लिए भी वॉकिंग फायदेमंद होती है। वहीं, अगर आप प्रेगनेंसी में एक्सरसाइज नहीं कर सकती हैं तो थोड़ा चलने-फिरने से भी शरीर को एक्टिव रखा जा सकता है।
पैदल चलने से मांसपेशियां टोन रहती हैं और पेट बढ़ने की वजह से हो रही असहजता एवं पैरों में दर्द भी कम होता है। रोजाना वॉक करने से प्रेगनेंसी में वजन कंट्रोल में रहता है। गर्भावस्था में पैदल चलने से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है जिससे जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा कम होता है। वॉकिंग से ब्लड कोलेस्ट्रोल लेवल भी नियंत्रित रहता है। मॉर्निंग सिकनेस, प्रेगनेंसी में ऐंठन और गर्भावस्था में कब्ज जैसे लक्षणों को भी वॉकिंग की मदद से कम किया जा सकता है। पैदल चलने से कूल्हों की मांसपेशियां टोन रहती हैं जिससे लेबर के दौरान महिलाओं को रिलैक्स रहने में मदद मिलती है।




