चलिए दोस्तों आज हम आपको बताते हैं कि हाई कोर्ट के जज की नियुक्ति कैसे की जाती है।
हाई कोर्ट के जज की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के न्यायाधीशों से परामर्श लेकर सर्वोच्च न्यायालय की किसी भी न्यायाधीश की नियुक्ति राष्ट्रपति करते हैं।
चलिए हम आपको बताते हैं कि हाई कोर्ट का जज बनने के लिए क्या-क्या क्वालिफिकेशन पात्रता होनी चाहिए-
- सबसे पहली बार भारत का नागरिक होना चाहिए।
- जज बनने के लिए 12वीं के बाद एलएलबी का कोर्स करें।
- एलएलबी का कोर्स करने के बाद जज बनने के लिए भारतीय निकलती रहती है उन भारतीयों में फॉर्म डालकर इसकी परीक्षा दें इसकी परीक्षा के चरणों में होती है पहले में प्रीलिम्स की परीक्षा होगी दूसरे बार में मेंस होगा और तीसरे में इंटरव्यू होगा अगर आप इन सब चीजों में पास हो जाते हैं तो मेरिट के आधार पर मेरिट लिस्ट में नाम आ जाएगा और जज की नियुक्ति होती है।
- इसके बाद जज बनने के लिए ला में ग्रेजुएशन की डिग्री होना जरूरी होती है।
- हाई कोर्ट का जज बनने के लिए कम से कम हाई कोर्ट में 7 से 10 साल का वकालत करने का अनुभव होना चाहिए।
- अगर यह सभी पात्रता कैंडिडेट के पास है तो इसके बाद जज की नियुक्ति राष्ट्रपति करते हैं।
चलिए हम आपको बताते हैं कि जज की सैलरी कितनी होती है-
जज की सैलरी महीने मे 80000 रुपए से लेकर ढाई लाख रुपए तक होती है.। यह सैलरी अलग-अलग जजों पर अलग-अलग प्रकार से मिलती है।
जैसे अगर मैं बात करूं जूनियर सिविल जज की सैलरी तो इनकी सैलरी 45000 से शुरू होती है और वहीं सीनियर सिविल जज की सैलरी लगभग 80000 रुपए होती है।
वहीं अगर मैं बात करूं हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मतलब जज की सैलरी इनकी सैलरी 2.50 लाख महीने होती है। तथा हाई कोर्ट के अन्य जजों की सैलरी 2.5 लख रुपए होती है। वहीं अगर मैं सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मतलब मुख्य जज की बात करु तो उनकी सैलरी 2.80 लाख रुपए होती है तथा सुप्रीम कोर्ट के अन्य जजों की सैलरी 2.50 लाख रुपए प्रति माह होती है।
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