क्रिया के कितने भेद होते हैं?

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Ram kumar

| Updated on March 9, 2023 | Education

क्रिया के कितने भेद होते हैं?

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@adityasingh9139 | Posted on September 26, 2020

कर्म, जाति और रचना के आधार पर क्रिया के मुख्यतः दो भेद हैं: -

1. अकर्मक क्रिया
2. सकर्मक क्रिया
1. अकर्मक क्रिया: -
अकर्मक क्रिया का अर्थ है बिना कर्म के। जिन क्रियाओं के लिए कर्म की आवश्यकता नहीं होती, उन्हें अकर्मक क्रिया कहते हैं, अर्थात् जिन क्रियाओं का कर्ता को परिणाम मिलता है, उन्हें अकर्मक क्रिया कहते हैं।
जैसे: - रोना, तैरना, सोना, रहना, मरना, चलना, दौड़ना, डरना, बैठना, आदि।
उदाहरण: -
(1) राम खेलता है।
(2) बच्चा रोता है।
उदहारण भिन्न हो सकते है लेकिन अर्थ हमेशा समाना ही रहता है इसलिए उदहारण के अर्थ पर विशेष ध्यान दे.
2. सकर्मक क्रिया: -
सकर्मक क्रिया का अर्थ है - कर्म के साथ। वह क्रिया जो कर्ता पर नहीं बल्कि कर्म को प्रभावित करती है, सकर्मक क्रिया कहलाती है।
जैसे - खाना, पढ़ना, काटना, लिखना आदि।
उदाहरण: -
(१) वह लकड़ी काटता है।
(२) सीता रोटी पकाती है।
(३) रीता खाना खा रही है।
उपयोग के आधार पर क्रिया का अंतर -
1. पूर्वकालिक क्रिया
2. सामान्य क्रिया
3. यौगिक क्रिया
4. तात्कालिक क्रिया
5. सहायक क्रिया
6. सजातीय क्रिया
7. विधि क्रिया
Note:-
ये तो हिंदी के क्रियाएं थी अगर आप अंग्रेजी में क्रिया के भेद एवं परिभाषा पढ़ना चाहते है, तो यहाँ पढ़ सकते है.
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Source:- google

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S

@setukushwaha4049 | Posted on March 8, 2023

क्रिया - वें शब्द जो किसी कार्य को करने या होने का बोध कराते है,वह क्रिया कहलाती है।

दूसरे शब्दो मे हम कह सकते है,किसी भी वाक्य में जिस शब्द से किसी कार्य यानि कि काम के बारे में पता चलता हो वह शब्द क्रिया कहलाता है।

क्रिया के कितने भेद होते है -

क्रिया के दो भेद होते है -

1. सकर्मक क्रिया

2. अकर्मक क्रिया

1. सकर्मक क्रिया -

सकर्मक का शाब्दिक अर्थ कर्म के साथ यानी कि जिसके साथ कर्म हो या जिस कार्य को करने के लिए कर्त्ता को छोड़कर कर्म पर बल पड़ता है, वह सकर्मक क्रिया कहलाता है।

दूसरे शब्दो मे,जिस क्रिया के साथ कर्म का होना आवश्यक है उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं।

जैसे -

राहुल फल खा रहा है।

सोनिया गाना गा रही है।

2.अकर्मक क्रिया -

अकर्मक क्रिया वह क्रिया होती है जिसके साथ कर्म नहीं होता है। या फिर जहाँ पर क्रिया के व्यापार का फल कर्ता पर पड़ता है,उसे अकर्मक क्रिया कहा जाता है।

जैसे -

रानी हंसती है।

अमन खाता है।Loading image...

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