अक्सर देखा जाता है रोज़मर्रा की ज़िंदगी में व्यक्ति कभी कभी किसी बात का इतना बुरा मान जाता है कि वह खुद के फैसलों के बारें में सही गलत समझने में बिलकुल असमर्थ हो जाता है | ऐसे में उसके अंदर ईगो और attitude जैसी गलत भावनाएं पैदा होती है और वह अपने साथ - साथ दूसरों के मन में भी नाकारत्मकता का भाव भर देता है | ऐसे में बहुत जरुरी है कि हम अपने जीवन में ego और attitude को कम करने के आसान तरीके ढूंढें और सही तरीके से अपने जीवन में इन तरीकों को अपनाएं |
(courtesy-Tutorialspoint)
अपने जीवन में ego और attitude को कम करने के आसान तरीके -
- कुछ भी अच्छा या बुरा कहने से पहले अपने सामने वाले व्यक्ति की बात पर गौर फरमायें और तर्क करें उसके बाद कुछ जवाब दें |
- अगर आप गुस्से में कुछ गलत भी कह रहे है तो उस बात को उसी वक़्त तक सोचें क्योंकि उसके बाद उस बात को सोचने का मतलब है आप खुद में और आस - पास के लोगों में नाकारत्मकता का भाव पैदा कर रहे है |
- किसी भी परेशानी का हल होता है बात करना , इसलिए आप अपनी परेशानियों को दूसरों के साथ बातें सही सलाह लें और उसे समझे |
- यह बात बिलकुल गलत नहीं होती की आप अपने अंदर ईगो और एहम रहे किसी भी बात को ले कर लेकिन ego और attitude केवल सही बात के लिए होना चाहिए ना की इस बात के लिए " मैं " ही सही हूँ |