हाल ही में अमेरिका से तने हुए रिश्ते की वजह से ईरान ने भारत को डॉलर की जगह रुपये में व्यापार को सहमति जताई है। इस के लिए एक सहमति पत्रक पर हस्ताक्षर भी किये गए है। इस बदले हुए व्यापार के चलते दोनों देशो को काफी फ़ायदा होगा। अमेरिका ने ईरान पर प्रतिबंध लगाए है और इस के चलते ईरान अभी अपनी इकॉनमी को सम्हालने में लगा हुआ है। हाल में एक डॉलर की कीमत 90000 ईरानी मुद्रा हो चुकी है और इस से इस देशके इंटरनॅशनल ट्रेड में काफी दिक्कते आ रही है।

सौजन्य: खबर इन्फो
ईरान भारत से न सिर्फ रुपये में भुगतान लेगा पर काफी सारी चीजे भी खरीदेगा जिस से भारतीय अर्थतंत्र को काफी फायदा होगा। एक और डॉलर में भुगतान नहीं करना पड़ेगा और दूसरी और भारत की ईरान को निर्यात भी बढ़ेगी। इन फायदों को देखते हुए ही दोनों देश एक दूसरे से रुपये और वस्तुए में व्यापार करने को सहमत हुए है। इस का आनेवाले वक्त में दोनों देशो की इकोनॉमी पर अच्छा असर देखने को मिलेगा। भारत की क्रूड आयल की खपत बहुत ज्यादा है जो की उसे आसानी से ईरान से मिल सकता है और उधर ईरान को और बहुत सारी चीजे चाहिए जो की भारत उस को दे सकता है। इस से दोनों देशो के आपसी रिश्ते और गहरे होंगे और अर्थतंत्र को स्थिरता प्राप्त होगी।