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कोरोनावायरस के चलते भारत में एक नया वायरस दस्तक के लिए लिया है जिसका नाम ओमिक्रोन यह वायरस हमारे लिए अब और परेशानी बढ़ा रहा है। हालांकि कुछ लोगों को कहना यह है कि अभी तक इस वायरस से पिछले आंकड़ों के मुताबिक अभी कम व्यक्ति हो रही है और सबसे खुशी की बात है कि वायरस का पता हम पीपीआ र किट द्वारा आसानी से पता लगा सकते हैं जिससे हमारे शरीर को जल्दी नुकसान नहीं पहुंचा सकता। डॉक्टर का कहना है कि ओमिक्रोन वेरिएंट के कारण ऑक्सीजन का स्तर गिरता है हमें सांस लेने में दिक्कत होती है। लेकिन देश भर में टीकाकरण सोने के चक्कर में हमें यह चिंता नहीं करनी चाहिए।
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Marketing Manager | पोस्ट किया
कुछ देशों में कोरोनावायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन आ गया है। यह अब तक कोरोना का सबसे ज्यादा खतरनाक वेरिएंट है। हालांकि भारत का कहना है वही नए वेरिएंट के लिए पूरी तरह से तैयार है।
मगर पिछले आंकड़ों को देखा जाये तो यह पूरी तरह से यकीन कर पाना हर भारतीय आम नागरिक के लिए मुश्किल है। आपको बता दे की भारत के कर्नाटक शहर में 66 वर्ष और 46 वर्ष के दो पुरुषों में ओमिक्रॉन यानि नया कोरोना वेरिएंट पाया गया है।
WHO के अनुसार यह वेरिएंट काफी तेज़ी से एक दूसरे व्यक्ति को संक्रमित करता है। ऐसे में सभी के मन में सबसे पहला सवाल यही आता है इस नए वेरिएंट पर वैक्सीन कितना असरदार है। तो आपकी जानकारी के लिए बता दें की जो नया ओमिक्रॉन का केस आया था वह 46 साल के व्यक्ति का है जो खुद पेशे से डॉक्टर हैं, उन्हें 21 नवंबर को बुखार और बदन दर्द की शिकायत हुई, जिसके कारण उसी दिन उन्होंने अपना RT-PCR टेस्ट कराया। अगले दिन यानी 22 नवंबर को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई और हैरान करने वाली बात यह थी की उनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। बीते दिनों वह कही भी किसी जगह विदेश यात्रा पर नहीं गए। अभी केवल विदेश में 'ओमिक्रॉन' के मामले बढ़ रहे है। भारत के अलावा ब्रिटैन में भी ऐसे मामले पाए गए हैं जिनकी ट्रेवल हिस्ट्री नहीं होने के बावजूद वे इस नए वेरिएंट से संक्रमित पाए गए। वही नेदरलॅंड्स में भी शुरुआत में जो दो लोग इस वेरिएंट से संक्रमित हुए थे,उनमें एक व्यक्ति की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी।
वही भारत में इस नए वेरिएंट को लेकर ऐसा कहा जा रहा है की कुछ भी भविष्यवाणी करना अभी मुश्किल होगा अभी ओमिक्रॉन से जुड़ी कुछ और जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। मगर सभी को आने वाले समय में इससे लड़ने के लिए खुद को तैयार रखना चाहिए। कुछ लोगो का यह अंदेशा है यह पिछले मौत के आकड़ें भी पार कर सकती है। हालांकि अभी तक दुनिया के किसी भी हिस्से में इससे किसी की मौत की खबर सामने नहीं आई है। डॉक्टर भाटिया के अनुसार अगर ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण ऑक्सीजन का स्तर गिरता है, तो यह चिंता का विषय होगा लेकिन देश भर में चल रहे टीकाकरण कार्यक्रम के कारण यह समस्या नहीं होनी चाहिए।
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