इस समय का व्यक्ति बहुत ही व्यस्त है | अपनी व्यस्तता के करण ये हर काम में जल्दी चाहता है | इसके लिए हर काम का सॉर्ट कट ढूंढ़ता रहता है | खाना बनाने के लिए सबसे पहले मिट्टी का चूल्हा बनाकर लकड़ी जलाकर उसमें खाना बनाया जाता था | फिर समय बचाने के लिए स्टोव का प्रयोग किया जाने लगा उसके बाद गैस चूल्हा फिर माइक्रोवेव का इस्तेमाल किया गया |
जैसे-जैसे लोगों की सुविधा बढ़ रही वैसे-वैसे लोगों की मुश्किलें और बीमारी भी बढ़ती जा रही है | माइक्रोवेव खाना गरम करने का एक आसान सा साधन है | इसमें बना हुआ खाना गर्म करने पर वैसा ही हो जाता है जैसे खाना बनाते वक़्त ताज़ा होता है | कितनी सुविधाजनक बात है ये कि खाना बिलकुल ताज़ा और खाने में भी कोई परिवर्तन नहीं |

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क्या माइक्रोवेव में खाना पकाना नुकसानदायक है ?
ऐसा कहा जाता है, कि नई तकनीक आने से बहुत से काम जल्दी होते हैं, परन्तु कई नुक्सान भी होते हैं | विज्ञान के चमत्कारों में एक माइक्रोवेव भी कहा जा सकता है | आपको बता दें माइक्रोवेव में खाना पकाना बहुत ही आसान और साथ ही सुरक्षित भी | यह स्वास्थ के लिए भी लाभदायक है, क्योंकि माइक्रोवेव में खाना बनाने से खाने का पौष्टिक बना रहता है और पानी का इस्तेमाल भी कम होता है |
माइक्रोवेव के लिए कौन से बर्तन का इस्तेमाल करें ?
अक्सर माइक्रोवेव में खाना गर्म करने के लिए लोग प्लास्टिक के बर्तन का प्रयोग करते हैं | माइक्रोवेव में प्लास्टिक के के बर्तन का प्रयोग नहीं करना चाहिए | इसकी जगह आप ग्लास और सिरेमिक कंटेनर यूज करते हैं।