विश्व बैंक संयुक्त राष्ट्र का हिस्सा है जिसमे 14 तरह की स्वतंत्र संस्थाओ में इसकी व्यवस्था गठित हुई थी, उन्ही में से एक विश्व बैँक भी शामिल है । विश्व बैँक, जिसकी स्थापना जुलाई 1944 में हुई थी, का कार्य संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य राष्ट्रों की आर्थिक मदद करना है। इसका मुख्यालय वॉशिंगटन, डी॰ सी॰ में स्थापित है।
देखा जाये तो तकनीकी रूप से विश्व बैंक संयुक्त राष्ट्र प्रणाली का हिस्सा है, लेकिन इसकी प्रशासनिक संरचना अलग है। विश्व बैंक समूह में प्रत्येक संस्था का कार्य-भार इसकी सदस्य सरकारों के पास है, जो शेयरधारक के अनुपात में वोट के साथ अपनी मूल शेयर पूंजी की सदस्यता लेते है। विकास के कार्यों मे और राष्ट्रों के पुर्निमाण में भी मदद करता है।
विश्व बैंक पांच अंतरराष्ट्रीय संगठनों का वो समूह है जो देशों को वित्त और वित्तीय सलाह देता है। विश्व बैंक का मुख्य उद्देश्य सदस्य राष्ट्रों को आर्थिक रुप से मदत करना है। विश्व बैंक का अहम् उद्देश्य विभिन्न देशों की अर्थ व्यवस्थाओं को एक व्यापक विश्व अर्थ व्यवस्था में शामिल करना है तथा नीति सुधार कार्यक्रमों और परियोजनाओं में सुधर इसके एजेंडा में शामिल है। वे इन कार्यो के लिए ऋण देता है। वहीँ संयुक्त राष्ट्र का एक और हिस्सा, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष सिर्फ नीति सुधार कार्यक्रमों के लिए ही ऋण देता है.
इन दोनो संस्थाओं में एक ही अंतर है कि विश्व बैंक केवल विकासशील देशों को ऋण देता है जब कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष निर्धन व धनी राष्ट्रों दोनों की ही सहायता करता है।