Student ( Makhan Lal Chaturvedi University ,Bhopal) | पोस्ट किया | शिक्षा
Occupation | पोस्ट किया
ट्रैवलेटर और एक्सीलेटर अलग -अलग होते है,
ट्रेवलेटर एक तरह का स्वचलित गलियारा होता है।
जबकि एक्सीलेटर किसी भी स्वचालित वाहन में लगे इंजन को ईंधन कि आपूर्ति बढ़ा कर, वाहन कि गति बढ़ाने वाले पुर्जे को एक्सीलेटर कहते हैं |
ट्रेवलेटर लगभग स्वचलित सीढ़ियों (एस्केवेटर) की तरह ही होता है, बल्कि यह सीधा होता है | जिस पर आप चल भी सकते हैं तथा उस पर खड़े हो जाएं तो उसके धीमी गति से लगातार चलते रहने के कारण आप एक स्थान -दूसरे स्थान तक आसानी से पहुंच जाते हैं |
वर्तमान में इसे भोपाल स्थित RKMP रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर लगाया गया है | यह देश का पहला वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन होता है, जहां पर देश का पहला ट्रेवलेटर लगाया गया था |
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