Teacher | पोस्ट किया | शिक्षा
Content Writer | पोस्ट किया
वर्तमान समय की, पढ़ाई इतनी कठिन हो गई है, कि हर माँ-पिता इस बात कि चिंता में है, कि क्या किया जाये ? अक्सर माता-पिता पढ़ाई को लेकर बच्चों पर काफी दबाव डालते हैं, गुस्सा होते हैं, बातें सुनते हैं, ये बात अक्सर बच्चे को पसंद नहीं आती, परन्तु बच्चे हैं, वो ये नहीं जानते कि माँ-पिता का नाराज़ होना स्वाभाविक होता हैं, क्योकिं माता-पिता को अपने बच्चों की फ़िक्र हैं , वो अपने बच्चे के भविष्य के लिए उसको गुस्सा दिखातें हैं, न की किसी और बात पर |
माता-पिता के सिवा अपने बच्चों की फ़िक्र कोई और नहीं करता | पर ये बात सिर्फ माता-पिता अपनी तरफ से सोचते हैं, पर मुझे लगता हैं, एक बार माता-पिता को अपने बच्चे के Point of View से भी सोचना चाहिए |
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Occupation | पोस्ट किया
कई बार बच्चे स्कूल में एकेडमिक समस्याओं का शिकार हो जाते है ,कुछ बच्चे पढ़ाई में कमजोर हो जाते है, जिस कारण से उन्हें बार-बार टीचर की डांट सुनना पड़ता है, इसी कारण से बच्चो के ऊपर मानसिक दवाब पड़ने के कारण बच्चे फोबिया का शिकार हो जाते हैं और चिढ़ने लगते है।
कुछ बच्चो के पिता का ट्रांसफर हो जाने के कारण बच्चो का नयें स्कूल मे एड्मिशन होने के कारण स्कूल मे नया माहौल होने के कारण बच्चे डरते है और चिडचिढ़ाने लगते है।
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| पोस्ट किया
आपने देखा होगा कि ऐसे बहुत से बच्चे होते हैं जो पढ़ाई को लेकर इतने अधिक चिंतित हो जाते हैं कि यही चिंता आगे चलकर उनके लिए एक बड़ी समस्या लाकर खड़ी कर देती है और बच्चा पढ़ाई को लेकर चिढ़ने लगता है यदि आपका भी बच्चा पढ़ाई को लेकर चिढ़ता है तो आपको कुछ इस प्रकार के संकेत दिखाई देंगे जैसे कि हम आपको नीचे बताने जा रहे हैं।
यदि बच्चा पढ़ाई को लेकर चिढ़ता है तो उसे बात बात पर गुस्सा आएगा, खाने पीने में उसका ध्यान नहीं रहेगा, सारा दिन उदास बैठा रहेगा, यदि आप उसे स्कूल पढ़ाई करने के लिए भेजते हैं तो वह पढ़ाई करने के लिए स्कूल नहीं जाएगा।
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