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Himani Saini

| पोस्ट किया | Education


कैसे करें हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस से टैक्स बचत?

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कैसे करें हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस से टैक्स बचत?

 

क्या आप जानते हैं कि हेल्थ इंश्योरेंस और लाइफ इंश्योरेंस न केवल आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा का ख्याल रखते हैं, बल्कि ये आपके टैक्स को भी कम करने में मदद कर सकते हैं? जी हाँ, सही इंश्योरेंस प्लान चुनकर आप बड़ी आसानी से और सही तरीके से हर साल हजारों रुपये के टैक्स की बचत कर सकते हैं। चाहे वह हेल्थ इंश्योरेंस हो या लाइफ इंश्योरेंस, दोनों ही आपको आर्थिक रूप से सुरक्षित रखने के साथ-साथ टैक्स के फायदे भी देते हैं।

 

अगर आप यह जानना चाहते हैं कि कैसे हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस के जरिए आप अपने टैक्स को स्मार्ट तरीके से कम कर सकते हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए ही है! इस ब्लॉग में आपको जानने को मिलेगा कि कैसे आप इन इंश्योरेंस प्लान्स का सही तरीके से उपयोग करके अधिक से अधिक टैक्स की बचत कर सकते हैं।

हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस को समझें

 

हेल्थ इंश्योरेंस और लाइफ इंश्योरेंस दोनों ही आपके जीवन में सुरक्षा और सहायता प्रदान करते हैं, लेकिन इनके उद्देश्य अलग-अलग होते हैं।

 

हेल्थ इंश्योरेंस: हेल्थ इंश्योरेंस आपके मेडिकल खर्चों को कवर करता है। अगर आप बीमार पड़ते हैं या हॉस्पिटल में भर्ती होते हैं, तो हेल्थ इंश्योरेंस आपके इलाज का खर्च उठाता है। इसमें दवाइयाँ, डॉक्टर की फीस, सर्जरी, और अन्य मेडिकल खर्च शामिल हो सकते हैं। यह इंश्योरेंस आपको आर्थिक तनाव से बचाता है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में मदद करता है।

 

लाइफ इंश्योरेंस: लाइफ इंश्योरेंस परिवार की सुरक्षा के लिए होता है। अगर इंश्योरेंस लेने वाले व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो लाइफ इंश्योरेंस के तहत उसके परिवार को एक निश्चित राशि मिलती है। यह राशि परिवार को आर्थिक रूप से सहारा देती है और उनकी जरूरतों को पूरा करने में मदद करती है।

 

दोनों इंश्योरेंस आपके जीवन में महत्वपूर्ण हैं। हेल्थ इंश्योरेंस आपके स्वास्थ्य की देखभाल करता है, जबकि लाइफ इंश्योरेंस आपके परिवार के भविष्य को सुरक्षित बनाता है।

 

लाइफ इंश्योरेंस पर टैक्स छूट के फायदे

 

लाइफ इंश्योरेंस न केवल आपके परिवार को सुरक्षा देता है, बल्कि इसमें टैक्स बेनिफिट भी मिलते हैं। यह बेनिफिट सेक्शन 80C और सेक्शन 10(10D) के तहत मिलते हैं।

 

सेक्शन 80C: लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर कटौती

अगर आप लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए प्रीमियम भरते हैं, तो आपको इस पर टैक्स में छूट मिलती है। इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के सेक्शन 80C के तहत, आप प्रीमियम पर 1.5 लाख रुपये तक की छूट ले सकते हैं।

 

हालांकि, यह बेनिफिट केवल उन पॉलिसियों पर मिलता है, जहां प्रीमियम, पॉलिसी की सम एश्योर्ड के 10% से ज्यादा न हो।

 

सेक्शन 10(10D): टैक्स फ्री मैच्योरिटी और मृत्यु लाभ

जब आपकी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी की मैच्योरिटी होती है या क्लेम मिलता है (मृत्यु या पॉलिसी को खत्म अथवा सरेंडर करने के बाद), तो मिलने वाली राशि पर टैक्स नहीं लगता। सेक्शन 10(10D) के तहत, यह राशि पूरी तरह टैक्स-फ्री होती है।

 

हालांकि, अगर प्रीमियम, सम एश्योर्ड के 10% से ज्यादा है, तो सरेंडर वैल्यू पर टैक्स लग सकता है।

 

हेल्थ इंश्योरेंस पर टैक्स छूट के फायदे

 

हेल्थ इंश्योरेंस न केवल आपके मेडिकल खर्चों को कवर करता है, बल्कि इसमें टैक्स बेनिफिट भी मिलते हैं। यह बेनिफिट सेक्शन 80D और प्रिवेंटिव हेल्थ चेक-अप के तहत मिलते हैं।

 

सेक्शन 80D: हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर कटौती

अगर आप हेल्थ इंश्योरेंस के लिए प्रीमियम भरते हैं, तो आपको इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80D के तहत टैक्स में छूट मिलती है। यह छूट निम्नलिखित तरीके से मिलती है:

 

  • अपने लिए, पति/पत्नी और बच्चों के लिए: आप 25,000 रुपये तक की छूट ले सकते हैं। अगर आप 60 साल से ज्यादा उम्र के हैं, तो यह छूट 50,000 रुपये तक बढ़ जाती है।

 

  • माता-पिता के लिए: अगर आप अपने माता-पिता के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लेते हैं, तो आपको अतिरिक्त 25,000 रुपये तक की छूट मिलती है। अगर माता-पिता 60 साल से ज्यादा उम्र के हैं, तो यह छूट 50,000 रुपये तक हो जाती है।

 

प्रिवेंटिव हेल्थ चेक-अप के लिए टैक्स बेनिफिट

सेक्शन 80D के तहत, आप प्रिवेंटिव हेल्थ चेक-अप पर खर्च की गई राशि पर भी 5,000 रुपये तक की अतिरिक्त छूट ले सकते हैं। यह छूट आपके और आपके परिवार के लिए उपलब्ध है।

 

पुराने और नए टैक्स रेजिम में आपको कौन सा चुनना चाहिए?

 

पुराने और नए टैक्स रेजिम में चुनाव करते समय हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस पर मिलने वाले टैक्स बेनिफिट को समझना जरूरी है। दोनों रेजिम में अंतर है, और यह आपकी जरूरतों पर निर्भर करता है कि कौन सा रेजिम आपके लिए बेहतर है।

 

पुराना टैक्स रेजिम:

 

  • हेल्थ इंश्योरेंस: सेक्शन 80D के तहत, आप हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर अधिकतम 25,000 रुपये (60 साल से ज्यादा उम्र के लिए 50,000 रुपये) तक की छूट ले सकते हैं।
  • लाइफ इंश्योरेंस: सेक्शन 80C के तहत, लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर 1.5 लाख रुपये तक की छूट मिलती है।
  • प्रिवेंटिव हेल्थ चेक-अप: इसमें 5,000 रुपये तक की अतिरिक्त छूट मिलती है।

 

नया टैक्स रेजिम:

 

  • हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस: नए रेजिम में सेक्शन 80C और 80D जैसे टैक्स बेनिफिट नहीं मिलते। यानी, आप हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर कोई छूट नहीं ले सकते।
  • कम टैक्स दर: नए रेजिम में इनकम टैक्स की दरें कम हैं, लेकिन बिना किसी छूट के।

 

कौन सा रेजिम चुनें?

 

  • अगर आप हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस पर टैक्स बेनिफिट लेना चाहते हैं, तो पुराना रेजिम बेहतर है।
  • अगर आपका इनकम ज्यादा है और आप कम टैक्स दर चाहते हैं, तो नया रेजिम फायदेमंद हो सकता है।

 

सही इंश्योरेंस प्लान चुनकर अधिक से अधिक टैक्स की बचत कैसे करें?

 

सही इंश्योरेंस प्लान चुनकर आप न केवल अपने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं, बल्कि टैक्स बचत भी बढ़ा सकते हैं। लेकिन, इसके लिए सबसे पहले अपनी जरूरतों को समझें। क्या आपको सिर्फ टैक्स बचत चाहिए या परिवार की सुरक्षा भी?

 

दोनों को ध्यान में रखकर प्लान चुनें। सही लाइफ इंश्योरेंस या हेल्थ इंश्योरेंस प्लान चुनने के लिए नीचे कुछ सुझाव दिए हुए हैं जो अधिक से अधिक टैक्स बचत के लिए उपयोगी हैं:

 

लाइफ इंश्योरेंस के लिए

 

  • टर्म इंश्योरेंस या यूलिप (ULIP) को प्राथमिकता दें:
  1. टर्म इंश्योरेंस सबसे सस्ता विकल्प है। इसमें प्रीमियम कम होता है और कवरेज ज्यादा मिलता है। अगर आपको सिर्फ लाइफ इंश्योरेंस चाहिए, तो यह सबसे अच्छा विकल्प है।
  2. यूलिप में निवेश और इंश्योरेंस दोनों का फायदा मिलता है। लेकिन इसमें चार्ज ज्यादा होते हैं। लंबी अवधि के लिए यह फायदेमंद हो सकता है।

 

हेल्थ इंश्योरेंस के लिए:

  • लंबी अवधि का इंश्योरेंस चुने और प्रिवेंटिव हेल्थ चेक-अप का उपयोग करें:
  1. लंबी अवधि की पॉलिसी चुनें, ताकि आपको मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि पर भी फायदा मिले।
  2. नियमित हेल्थ चेक-अप करवाने से न केवल आपकी सेहत अच्छी रहती है, बल्कि इस पर होने वाले खर्च पर भी टैक्स बचत होती है।

 

निष्कर्ष

 

एक अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस या लाइफ इंश्योरेंस चुनकर और उसका सही तरीके से उसका उपयोग करके आप न केवल आर्थिक रूप से सुरक्षित रह सकते हैं, बल्कि हर साल टैक्स में भी अच्छी खासी बचत कर सकते हैं। याद रखें, टैक्स की बचत जरूरी है, लेकिन इससे भी जरूरी है अपने और अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित करना।

 

किसी भी हेल्थ इंश्योरेंस या लाइफ इंश्योरेंस प्लान को चुनने से पहले अपनी जरूरतों को समझें। सबसे सस्ता या सबसे महंगा प्लान चुनने की बजाय, वो प्लान चुनें जो आपकी जरूरतों के हिसाब से सही हो।

 

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