इस सवाल का जवाब हाँ और ना दोनों हो सकता है। यह डिपेंड करता है की राहुल गाँधी किस किस स्टेट के सीएम से मिलते है। कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गाँधी ने इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपना इस्तीफा देने की पेशकश की थी और वो अब भी अपनी बात पर कायम है। इस हाल में जाहिर सी बात है की पक्ष को कोई सीनियर नेता चाहिए जो की उसकी बागडौर संभाले और पक्ष को फिर से गठित करे। अशोक गेहलोत, गुलामनबी आजाद और सुशीलकुमार शिंदे इस प्रमुखपद की दौड़ में शामिल है।
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इस हाल में देखा जाए तो अशोक गेहलोत रेस में आगे है पर वो राजस्थान के मुख्यमंत्री होने के नाते उन्हें यह पद नहीं दिया जा सकता वर्ना हो सकता है की कांग्रेस के हाथ से यह राज्य भी निकल जाए। इसीलिए कांग्रेस शासित राज्यों के सीएम से मिलने पर बहुत अटकले लगाईं जा रही है और बताया जा रहा है की कांग्रेस शायद सुशिल शिंदे के हाथ में पक्ष प्रमुखपद की जिम्मेदारी सौंपे। सुशीलकुमार शिंदे ना सिर्फ कांग्रेस के वफादार है पर उन्हें सीनियर नेता होने के साथ साथ दलितों का भी सपोर्ट है और इस के अलावा उनकी इमेज भी एक अच्छे राजनेता की है जो की हाल में कांग्रेस के लिए बड़ी जरूरी है।