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लेखांकन की विशेषताएं निम्नलिखित है लेखांकन व्यवसायिक सौदों में लिखने और वर्गीकृत करने की एक कला होती है जो कि विश्लेषण का निर्वाचन की सुरक्षा उन व्यक्तियों को सम प्रेरित की जाती है जो इन्हे के इनके आधार पर निष्कर्ष या परिणाम निकालें निकालने या निर्णय लेने की पूरी और सहायता मिल सकती है यह सही है लिखने के लिए विशेषण और निर्वाचन की कला होती है। और ये लेन-देन के पूर्ण या आंशिक रूप से वित्तीय प्राकृतिक के होते हैं.।
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लेखांकन की विशेषताएं-
1)वित्तीय व्यवहार एवं घटनाओं का भी निर्धारण- लेखांकन के अंतर्गत केवल उन्हीं व्यवहारों एवं घटनाओं को शामिल किया जाता है जिन्हें मुद्रा में मापा जा सकता है! या मुद्रा के रूप में व्यक्त किया जा सकता है ऐसे व्यवहार जों मुद्रा में व्यक्त नहीं किए जा सकते उनका लेखा पुस्तकों में नहीं किया जाता है!
2) लेखा करना- व्यवसायिक व्यवहारो एवं घटनाओं के लेखे पुस्तकों में सुनिश्चित नियमों के अनुसार किए जाते हैं! के लेख प्रारम्भ में 'जर्नल' या सहायक पुस्तकों में किये जाते हैं!
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लेखांकन की निम्नलिखित विशेषताएं होती हैं। लेखांकन के अंतर्गत केवल उन्हें बाहरी और आंतरिक घटनाओं को शामिल किया जाता है।जिनका संबंध समुद्र से होता है। जैसे नगद मॉल क्रय किया। जिसके परिणाम स्वरुप व्यवसाय की रोकड़ पर प्रभाव पड़ता है।इसलिए इसे लेखांकन में शामिल किया जाएगा।
व्यवसाय में होने वाले प्रतिदिन व्यवहारों की सुनिश्चित ढंग से रोजानामचा में लिखा जाता है।
रोजनामचा और अन्य सहायक बही में लेखा करने के पश्चात् एक प्रकृति के व्यवहारों को एक जगह लिखा जाता है। जिसे खातों का वर्गीकरण कहते हैं।
वर्गीकरण के पश्चात समस्त खातों के शेषों को जान जांचने के लिए तलपट बनाया जाता है,तथा अंतिम खाता तैयार किए जाते हैं।
लेखांकन में अंतिम खातों का विश्लेषण किया जाता है। तथा इस विश्लेषण के आधार पर ही व्यवसाय हित में निर्णय लिए जाते हैं। तथा व्यवसाय में आने वाले समस्या का निपटारा किया जाता है।
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