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लेखांकन वाउचर के प्रकार- वाउचर को उसकी प्राकृति के अनुसार दो भागों में बांटा जा सकता है -
1) रोकड़ वाउचर 2)गैर- रोकड़ वाउचर
1)रोकड़ वाउचर -रोकड़ वाउचर,रोकड़ी व्यवहारों
के लिए बनाए जाते हैं ये वाउचर दो प्रकार के होते है- (a)डेबिट वाउचर(b) क्रेडिट बाउचर
(a)डेबिट वाउचर - डेबिट वाउचर व्यवसाय द्वारा किये गये नकद भुगतानो के लिए बनाए जाते हैं! मुख्य रूप से नकद भुगतान निम्न के संबंध में किए जाते हैं- नगद व्ययों के लिये! नगद माल के क्रय के लिये! नगद विनीयोग के लिये !
(b)क्रेडिट वाउचर -क्रेडिट वाउचर नकद प्राप्ति के लिए बनाये जाते हैं!नगद प्राप्तियां निम्न हो सकती हैं-आय के नगद प्राप्ति! माल के नकद विक्रय के लिये
(2)गैर -रोकड़ वाउचर- गैर- रोकड़ी वाउचर व्यवहार अर्थात वे जो समान्यता :उधार की प्राप्ति के होते हैं,उनके संबंध में ये वाउचर बनाये जाते है! जिन्हें समायोजन वाउचर भी कहते हैं!
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लेखांकन बाउचर मे प्रत्येक लेन देन की सभी आवश्यक जानकारी प्रदान करने वाले खातों की पुस्तकों में दर्ज किया जाता है और प्रत्येक लेनदेन व्यवसाय की वित्तीय स्थिति को भी प्रभावित करता है लेखांकन बाउचर के निम्न प्रकार होते हैं। बिक्री बाउचर, खरीदी वाउचर, भुगतान वाउचर रसीदी बाउचर, कंट्रा बाउचर, जर्नल बाउचर, क्रेडिट नोट बाउचर, डेबिट नोट ब्राउज़र, आदि निम्न प्रकार के वाउचर होते हैं। जब हम कोई बैंक में लेनदेन के लिए करते हैं तो कंट्रा वाउचर का उपयोग किया जाता है और इन सब बाउचरों का प्रयोग अलग-अलग कार्य के लिए किया जाता है.।
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