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उत्पत्ति (स्क्रिप्ट के रूप में पहली उपस्थिति के अनुसार) - 2000 ई.पू.
'देवताओं की भाषा' मानी जाने वाली संस्कृत भारत की प्राचीन भाषा है। इस भाषा का सबसे पहला उदाहरण दूसरी सहस्राब्दी ईसा पूर्व में पाया जा सकता है। भाषा अभी भी लोगों के छोटे समूह द्वारा बोली जाती है। कई पश्चिमी भाषाओं पर संस्कृत का प्रभाव सभी को पता है। कंप्यूटर की मूल भाषा का निर्माण भी संस्कृत के सिद्धांतों के साथ किया गया था
(1)। ऋग्वेद (BCE 2000-BCE 1900): - पाठ 1,028 भजनों और 10,600 छंदों का संग्रह है, जो दस पुस्तकों (मंडलों) में आयोजित किया जाता है। ऋग्वेद की रचना की सटीक सदी अज्ञात है, और अनुमान लगाया जाता है कि विद्वानों ने लगभग 2000 से 1900 ईसा पूर्व का अनुमान लगाया था।
(2)। यजुर वेद (BCE 1900-BCE 1800): - यजुर्वेद की रचना की सटीक सदी अज्ञात है, और विद्वानों द्वारा अनुमान लगाया जाता है कि यह 1900 से 1800 BCE के आसपास है।
(3)। अथर्ववेद (BCE 1800-BCE 1700): - अथर्ववेद की रचना वैदिक संस्कृत में हुई है, और यह लगभग 6,000 मंत्रों के साथ 730 भजनों का संग्रह है, जिसे 20 पुस्तकों में विभाजित किया गया है। अथर्ववेद की रचना की सटीक सदी अज्ञात है, और विद्वानों द्वारा अनुमानित 1800 से 1700 ई.पू.
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