| पोस्ट किया |
| पोस्ट किया
पिछले कुछ समय से हम देखते आ रहें है कि अडानी ग्रुप अपना कारोबार लगातार आगे बढ़ा रहें है। हम जिस भी क्षेत्र की बात करें तो अडानी ग्रुप ही दिखाई पड़ता है। Adani Power ने वित्त वर्ष 2021-22 की अंतिम तिमाही में 4,645 करोड़ रुपये का समेकित लाभ दर्ज किया है। ये आंकड़ा इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में केवल 13 करोड़ रुपये था। वहीं, कंपनी की समेकित कुल आय इस दौरान 13,308 करोड़ रुपये रही जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की 6,902 करोड़ रुपये से 93 फीसदी अधिक है।
अडानी के बढ़ते मुनाफे का कारण बिजली की बढ़त को बताया जा रहा है। विशेषज्ञ का कहना है कि आर्थिक गतिविधियां शुरू होने व देश में गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ी है। हाल ही में कंपनी के शेयरों में बेतहाशा तेजी देखने को मिली है। विशेषज्ञों का कहना है कि अडानी पावर के शेयर की कीमत में तेजी के दो प्रमुख कारणों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है - हरित ऊर्जा स्पार्किंग मूल्य खरीद और राजस्थान और महाराष्ट्र सरकारों द्वारा प्राप्त आंशिक भुगतान जो लंबे समय से बकाया था। कहीं न कहीं देखा जाये तो अडानी ग्रुप के ऊपर सरकार का भी हाथ है जिसकी वजह से उन्हें सभी तरह के फायदें हो रहें है। लेकिन अगर सही मायनें में देखा जाये तो अडानी के ऊपर आज भी बहुत ज्यादा कर्ज है।जिस तरह से पिछले कुछ सालों अडानी ने अपने बिजनेस को मजबूती दी है कहीं न कहीं उनकी मेहनत भी इसका मुख्य कारण है।
Adani Power ने वित्त वर्ष 2021-22 की अंतिम तिमाही में 4,645 करोड़ रुपये का समेकित लाभ दर्ज किया है। ये आंकड़ा इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में केवल 13 करोड़ रुपये था। वहीं, कंपनी की समेकित कुल आय इस दौरान 13,308 करोड़ रुपये रही जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की 6,902 करोड़ रुपये से 93 फीसदी अधिक है।
0 टिप्पणी
Occupation | पोस्ट किया
अडानी पावर हाई होने के दो मुख्य कारण हैं, जिनमें से एक ग्रीन एनर्जी में निवेश हैं, और दूसरा मुख्य कारण राजस्थान और महाराष्ट्र की सरकारों की ओर से भुगतान करना होना है,जो काफी समय से रुका हुआ था।
अडानी पॉवर के शेयर की कीमत पिछले चार साल में 70 फीसदी से अधिक बढ़ गयी हैं। यदि अडानी पॉवर के शेयरों को पीछे मुड़कर देखें तो 3 जून 2021 को एनएसई पर 97.35 रुपए बंद किया गया है जो आज बढ़कर 167.05 पर कारोबार कर रहा था, इसका मतलब यह होता है कि कंपनी अपने शेयर होल्डर्स को 70%से ज्यादा का रिटर्न दे चुकी है।
शेयर बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार,अडानी पॉवर के शेयर का दूसरा मुख्य कारण यह है कि ग्रीन एनर्जी स्पार्किंग वैल्यू बायिंग में निवेश के अलावा राजस्थान और महाराष्ट्र सरकारों से मिलने वाला बकाया राशि है जो काफी समय से रुका था। उन्होंने यह भी कहा है कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण लोग इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ रहे हैं और कंपनी ने हाल ही में ग्रीन एनर्जी में निवेश कर दिया है।
0 टिप्पणी