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जैसा कि आप सभी जानते हैं हमारे भारत देश में मंदिरों की कमी नहीं है। भारत देश के हर एक राज्य में एक प्रसिद्ध मंदिर है।वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा माना जाता है कि मंदिर हिंदू धर्म का एक पवित्र स्थान है। जहां पर श्रद्धालु जाना चाहता है। हिंदू धर्म की माने तो मंदिर एक ऐसा पवित्र स्थान है जहां जाने पर भक्तों को शांति मिलती है, एक सुकून की प्राप्ति होती है।
आज हम भारत के उन मंदिरों के बारे में बताएंगे जो भारत ही नहीं बल्कि विश्व के सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। इन मंदिरों में न केवल भारत के लोग जाना पसंद करते हैं बल्कि देश विदेश से भी लोग इन मंदिरों के दर्शन करने आते हैं। इन सभी मंदिरों का अपना- अपना इतिहास है।जिससे हर कोई जानना चाहता है।चलिए अब हम आपको बताते हैं कि भारत में शीर्ष 10 मंदिर कौन से हैं उनके बारे में -
केदारनाथ मंदिर,उत्तराखंड
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम के नाम से मशहूर बाबा केदारनाथ मंदिर कितना पुराना है,आज तक इसका कोई सटीक प्रमाण नहीं मिल पाया। लेकिन कहा जाता है कि यह मंदिर महाभारत कालीन है, जो चार धामों में से एक है।यह मंदिर 6 महीने पर बर्फ ढके होने के कारण बंद रहता है।
काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी
देश के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी के गंगा घाट के किनारे स्थित है। यह मंदिर अपने ऐतिहासिक महत्व और सुंदरता के लिए जाना जाता है। हजारों साल पुराने इस मंदिर का अंतिम जीर्णोद्धार महारानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा करवाया गया था। इसे उत्तर प्रदेश का स्वर्ण मंदिर भी कहा जाता है।
जगन्नाथ मंदिर, पुरी
उड़ीसा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर को पुरी जगन्नाथ मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ विराजमान हैं। इनकी मूर्तियाँ अधूरी हैं, जिन्हें हर 12 साल में बदला जाता है। इस मंदिर में बनाया जाने वाला प्रसाद कभी समाप्त नहीं हुआ है।
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भारत एक ऐसा देश है, जहां विविधता और संस्कृति का अनूठा संगम देखने को मिलता है। यहां के धार्मिक स्थल न केवल आध्यात्मिकता का प्रतीक हैं, बल्कि भारतीय इतिहास, संस्कृति, और वास्तुकला की बेमिसाल कृतियां भी हैं। भारत के मंदिर अपनी भव्यता, वास्तुकला, और ऐतिहासिक महत्त्व के लिए प्रसिद्ध हैं। आइए जानते हैं भारत के शीर्ष दस मंदिरों के बारे में जो हर श्रद्धालु और पर्यटक को एक बार अवश्य देखने चाहिए।
1. वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू और कश्मीर
वैष्णो देवी मंदिर भारत के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है। जम्मू और कश्मीर के कटरा में त्रिकूट पहाड़ियों पर स्थित यह मंदिर देवी वैष्णो माता को समर्पित है। हर साल लाखों श्रद्धालु 13.5 किमी की कठिन यात्रा करके माता के दर्शन करने आते हैं। कहा जाता है कि यहां मां वैष्णो हर भक्त की मनोकामना पूरी करती हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालु पैदल यात्रा करते हैं, जबकि हेलिकॉप्टर सेवा भी उपलब्ध है।
2. विरुपाक्ष मंदिर, हम्पी, कर्नाटक
कर्नाटक के हम्पी में स्थित विरुपाक्ष मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर हम्पी के विश्व धरोहर स्थल का हिस्सा है और इसकी स्थापना 7वीं सदी में की गई थी। विजयनगर साम्राज्य के दौरान इस मंदिर का पुनर्निर्माण किया गया था। इसकी स्थापत्य कला अद्वितीय है और हर साल हजारों श्रद्धालु व पर्यटक इसे देखने आते हैं। मंदिर का मुख्य आकर्षण इसकी गोपुरम (प्रवेश द्वार) है, जिसकी ऊंचाई लगभग 50 मीटर है।
3. महाबलीपुरम मंदिर, तमिलनाडु
महाबलीपुरम या शोर मंदिर तमिलनाडु के महाबलीपुरम में स्थित है और इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का दर्जा प्राप्त है। यह मंदिर 8वीं सदी में पल्लव राजवंश के राजा नरसिंहवर्मन द्वितीय द्वारा बनवाया गया था। यह मंदिर भगवान विष्णु और शिव को समर्पित है और इसकी समुद्र के किनारे की स्थिति इसे और भी खास बनाती है। मंदिर की वास्तुकला और समुद्र तट का दृश्य इसे अद्वितीय बनाता है।
4. सोमनाथ मंदिर, गुजरात
गुजरात के सोमनाथ मंदिर को भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है और यह भारत के सबसे प्राचीन और पवित्र मंदिरों में से एक है। यह मंदिर अरब सागर के तट पर स्थित है और इसका उल्लेख पुराणों में मिलता है। सोमनाथ मंदिर का कई बार पुनर्निर्माण किया गया, क्योंकि इसे बार-बार विदेशी आक्रमणों में नष्ट कर दिया गया था। वर्तमान संरचना 1951 में बनाई गई थी। इस मंदिर की वास्तुकला और धार्मिक महत्त्व इसे खास बनाते हैं।
5. जगन्नाथ मंदिर, पुरी, ओडिशा
पुरी का जगन्नाथ मंदिर ओडिशा में स्थित है और यह भगवान जगन्नाथ (श्रीकृष्ण) को समर्पित है। इसे चार धाम यात्रा का एक प्रमुख स्थल माना जाता है। इस मंदिर का निर्माण 12वीं सदी में किया गया था और यह अपनी वार्षिक रथ यात्रा के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें लाखों भक्त शामिल होते हैं। मंदिर की संरचना अद्वितीय है और इसकी धार्मिक महत्ता के कारण यह दुनियाभर के हिंदू श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण है।
6. रामेश्वरम मंदिर, तमिलनाडु
तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित रामनाथस्वामी मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यह चार धामों में से एक है। यह मंदिर अपनी लंबी और विस्तृत गलियों और उत्कृष्ट स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर का प्रमुख आकर्षण इसकी 1219 मीटर लंबी कॉरिडोर है, जिसे दुनिया का सबसे लंबा मंदिर कॉरिडोर माना जाता है। यह मंदिर रामायण काल से जुड़ा हुआ है और धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
7. केदारनाथ मंदिर, उत्तराखंड
केदारनाथ मंदिर हिमालय की गोद में स्थित है और यह भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह उत्तराखंड के चार धामों में से एक है और हर साल लाखों भक्त यहां आते हैं। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालु 16 किलोमीटर की यात्रा करते हैं। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक वातावरण भक्तों को गहरी शांति का अनुभव कराता है। यह मंदिर भारतीय संस्कृति और धार्मिकता का प्रतीक है।
8. विरुपाक्ष मंदिर, तमिलनाडु
विरुपाक्ष मंदिर कांचीपुरम में स्थित है और इसे भगवान शिव को समर्पित किया गया है। यह मंदिर द्रविड़ स्थापत्य शैली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और इसे 7वीं सदी में बनवाया गया था। कांचीपुरम को मंदिरों का शहर कहा जाता है और यह मंदिर उस विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसकी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व इसे दक्षिण भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में स्थान दिलाते हैं।
9. मीनाक्षी मंदिर, मदुरै, तमिलनाडु
तमिलनाडु के मदुरै में स्थित मीनाक्षी मंदिर देवी मीनाक्षी (पार्वती) और भगवान सुंदरेश्वर (शिव) को समर्पित है। यह मंदिर अपने रंगीन गोपुरम और जटिल नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर की विशालता और यहां की कला भक्तों को मंत्रमुग्ध कर देती है। हर साल अप्रैल में होने वाला मीनाक्षी थिरुकल्याणम (दिव्य विवाह) महोत्सव यहां का सबसे बड़ा आकर्षण होता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं।
10. अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली
दिल्ली में स्थित अक्षरधाम मंदिर भारतीय संस्कृति, सभ्यता और अध्यात्म का प्रतीक है। यह मंदिर भगवान स्वामीनारायण को समर्पित है और इसे 2005 में बनवाया गया था। मंदिर की भव्य संरचना, बाग-बगीचे, और जलप्रदर्शन इसे एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बनाते हैं। यह मंदिर आधुनिक स्थापत्य कला का एक अद्वितीय उदाहरण है और हर दिन हजारों पर्यटक इसे देखने आते हैं।
निष्कर्ष
भारत के ये दस प्रमुख मंदिर न केवल धार्मिक महत्त्व रखते हैं, बल्कि भारतीय इतिहास, कला, और संस्कृति का उत्कृष्ट उदाहरण भी हैं। इन मंदिरों का दर्शन करने से न केवल आस्था का अनुभव होता है, बल्कि भारतीय संस्कृति की गहरी जड़ों का भी पता चलता है। चाहे आप एक श्रद्धालु हों या एक पर्यटक, ये मंदिर आपको आध्यात्मिकता और वास्तुकला का अनूठा अनुभव देंगे।.
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