किसी भी देश का इतिहास बताता है की वो क्षेत्र कितना प्रगति कर चुका है। कभी सोने की चिड़िया कहा जानेवाला हमारा देश आज ऐसे दौर से गुजर रहा है की कभी सही सोचने पर यही लगता है की पिछले कुछ सालो में देश ने जो तरक्की की है वो उस के पूर्व समय के सामने कुछ नहीं है। आज जीन टेक्नोलॉजी की बाते की जा रही है वो कभी हमारे देश में इस्तेमाल हो चुकी है चाहे वो परमाणु बम हो या रॉकेट के आविष्कार। इतिहास के चंद पहलु ऐसे है जिन्हे या तो सरकार छिपाना चाहती है या फिर उनको नजरअंदाज कर दिया गया है।

सौजन्य: टाइम्स ऑफ़ इंडिया
* लालबहादुर शास्त्रीजी का निधन: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्रीजी के निधन के बारे में आज भी सरकार कुछ भी सही तौर पर बताने से कतरा रही है। रुस के ताशकंद में शास्त्रीजी का अचानक निधन हो गया जिस की वजह हार्ट अटेक बताया गया पर आज भी आशंका जताई जा रही है की उनको जहर देकर मार दिया गया था।
* नेताजी के मौत की वजह: एक वकत के लोकप्रिय नेता सुभाषचंद्र बोस की मौत आज भी एक कुतूहल का विषय है क्यूंकि आधिकारिक तौर पर उन्हें एक विमान हादसे का शिकार घोषित कर दिया गया था पर ऐसा कहा जाता है की नेताजी उस विमान में सवार ही नहीं हुए थे।
* चंद इमारते: राम मंदिर, बाबरी मस्जिद, ताजमहल, काशी विश्वनाथ मंदिर, सोने की द्वारका, वास्तविक सोमनाथ मंदिर, यह कुछ ऐसी इमारते है जिनके सत्य आज भी दबे हुए है और लोगो को सिर्फ कहानी का एक पहलु ही दिखाया जाता है जबकि वास्तविकता कुछ अलग ही है।