पेशाब के अलग अलग रंग से हमें कौन-कौन से रोगों की सूचना मिलती है?
Loading image...
आपको बता दें कि किडनी खून को साफ करता है। जो भी हानिकारक पदार्थ होते हैं वह पेशाब के जरिए निकलता है। अगर अलग-अलग रंग के पेशाब होता है तो कई तरह की बीमारियों का संकेत हो सकता हैं। इसके अलावा एक बात और सही है कि अगर आपने कोई दवा खाई है, या चुकंदर गाजर जैसी सब्जियां खाई है तो उन में पाए जाने वाले रंग के कारण पेशाब का रंग बदल जाता है। लेकिन अगले 24 घंटे में फिर सही हो जाता है। अगर सही नहीं होता है तो या चिंता का विषय है। इसलिए डॉक्टर को दिखाना चाहिए और पेशाब की जांच करवानी चाहिए।
आइए जाने पेशाब के अलग-अलग रंग किस तरह की बीमारियों के संकेत होते हैं। दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पेशाब के अलग-अलग रंग के कारण कई तरह के रंगों का पता डॉक्टर लगाते हैं। इसलिए अगर इस तरह के कोई लक्षण दिखते हैं तो डॉक्टर आपको जांच कराने के लिए कहते हैं।
गहरा पीला - यदि पेशाब का कलर सामान से ज्यादा पीला दिखाई देता है तो यह खतरे की घंटी इस बात की है कि आप पानी कम पी रहे हैं। इसलिए शरीर की सही से सफाई नहीं हो पा रही है।
लाल रंग का पेशाब होने का करण
अगर पेशाब में ब्लड की मात्रा आती है तो या लाल रंग का दिखाई देता। अगर इस तरह की समस्या हो रही है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। क्योंकि इससे आंतरिक अंग के नुकसान होने का संकेत मिलता है। डायबिटीज की प्रॉब्लम हो सकती है। इसके अलावा किडनी या मूत्राशय, गर्भाशय, प्रोटेस्ट ग्रंथि को नुकसान पहुंच रहा है।
गहरा लाल या काले रंग का मूत्र निकलना
लिवर की खराबी की ओर संकेत करता है और कई तरह के गंभीर बीमारी जैसे हेपेटाइटिस ट्यूमर, मेलानोमा, सिरोसिस समस्याएं हो सकती हैं। तुरंत इलाज कराने की जरूरत होती है।
नारंगी रंग का पेशाब होने का मतलब
अगर नारंगी रंग का लाभ होता है तो इसका मतलब है कि आपने कुछ नेचुरल तरीके के सिट्रिक एसिड पदार्थ का सेवन किया है। या अपने इस तरह की केमिकल वाली दवा खाई है इसलिए इस तरह का रंग वाला पेशाब होता है। अगर कुछ दिनों तक यह स्थिति बनी रहती है तो आपको जांच कराने की जरूरत होती है क्योंकि कई गंभीर बीमारियों का कारण हो सकता है।