चलिए दोस्तों आज हम आपको बताते हैं कि मानव किसे कहते हैं।
पृथ्वी पर पाए जाने वाले वह जीव जिनमे कार्य करने की क्षमता होती है अर्थात वह अपना भोजन स्वयं बना सकते हैं और अपना भोजन तैयार करके स्वयं खाने की क्षमता होती अर्थात जिनके हाथ, पैर,आंख, कान, मुंह,नाक और शरीर के विभिन्न अंग मौजूद होते हैं उन्हें ही मानव कहते हैं।
मानव को हम मनुष्य भी कहते हैं और आदमी भी कह सकते हैं। मानव शब्द आदिमानव से लिया गया है। मानव का वैज्ञानिक नाम होमो सेपियंस है।
चलिए हम आपको मानव की विशेषताएं बताते हैं कि मानव में कौन-कौन सी विशेषताएं पाई जाती हैं -
- मानव में सोचने समझने की क्षमता होती है और वह हर कार्य सोच समझकर करता है।
- मानव मे विभिन्न प्रकार के कार्य करने की क्षमता होती है जैसे कि घर का निर्माण करना, कृषि करना,उद्योग और व्यवसाय चलाना, नौकरी करना,फसल उगाना इत्यादि मानव विभिन्न प्रकार के कार्य कर सकता है। इन सब कार्य को करने के लिए मानव के पास हाथ और पैर होते हैं।
- मानव वस्त्र पहनते हैं वस्त्र के अलावा मानव भिन्न-भिन्न प्रकार के गहने भी धारण करते हैं।
चलिए हम आपको बताते हैं कि मैं पहले के जीवन में कैसे थे-
पहले के मानव आदिमानव कहलाते थे और वह बंदर के समान दिखते थे मतलब उनके पास केवल चलने के लिए चार पैर होते थे और वह अपने भोजन के लिए पेड़ पौधों की पत्तियों पर आश्रित रहते थे।
पहले के मानव केवल पेड़ पौधों की पत्तियों को खाकर जीवित रहते थे और फिर धीरे-धीरे मानव का विकास और वे पैरों के बल पर खड़े होने लगे तथा पेड़ की पत्तियां का वस्त्र धारण करने लगे तथा इसके बाद इन्होंने आग की खोज की एवं जीव जंतुओं का शिकार करके उनको कच्चा चबाकर खाते थें।
इस प्रकार आदिमानव का धीरे-धीरे विकास होने लगा और आदिमानव,आदिमानव से मानव कहलाने लगे।
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