System Engineer IBM | पोस्ट किया |
Sales Executive in ICICI Bank | पोस्ट किया
EPF यानी ईपीएफ - एंप्लॉयी प्रॉविडेंट फंड होता है | यह प्राइवेट या सरकारी कर्मचारी की वह पूँजी है जो उसकी द्वारा एवम उसके नियोक्ता के द्वारा हर महीने एक अंश के रूप में जमा करवाई जाती है | यह फण्ड कर्मचारी के रिटायरमेंट पर उसे एक मुस्त प्राप्त होता है | वह चाहे तो एक निश्चित अवधि के बाद कुछ पैसा निकाल भी सकता है |
ईपीफ में सैलरी का एक निश्चित प्रतिशत नियोक्ता जमा करवाता है और एक अंश कर्मचारी खुद जमा करवाता है | अभी यह बेसिक सैलरी का 12 प्रतिशत है | यानि अगर आपकी बेसिक सैलरी 10,000 रुपए है तो 1200 रुपए आपका नियोक्ता एवम 1200 रूपये आपका ईपीफ योगदान होगा मासिक |
नौकरी पैसा लोगों के लिए ईपीफ एक वरदान के रूप में कार्य करता है क्योंकि धीरे धीरे करके रिटायरमेंट तक उसके पास खूब पैसा इकठ्ठा हो जाता है | ईपीफ खाते के साथ बीमा भी मिलता है और निष्क्रिय पड़े खातों पर पर ब्याज मिलता है | 10 साल तक लगातार पीएफ खाता चालू रखने पर एंप्लॉयी पेंशन स्कीम के तहत कर्मचारी एक हजार रुपये की रिटायरमेंट पेंशन का हकदार बन जाता है | तो है न यह एक वरदान और हर कर्मचारी को ईपीफ का लाभ लेना चाहिए |
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