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क्या आप जानते हैं कि गीतिकाव्य क्या है नहीं जानते होंगे तो आज हम आपको यहां पर बताएंगे। दोस्तों गीतिकाव्य उसे कहते हैं जो गीत या काव्य रचना को बनाते हैं गीतिकाव्य लिखने वाले गीतकार होते हैं जैसे की फिल्मों में दो से 4 गाने गाए जाते हैं इन गाना को बनाने के लिए गीत कारों की आवश्यकता पड़ती है उन्हीं को गीतिकाव्य कहते हैं इन्हें बहुत ही सम्मान के साथ बुलाया जाता है। संगीत के साथ निर्मित किए गए गीत के शब्दों को बोल भी कहते हैं। गीतिकाव्य को अंग्रेजी में लिरिक्स कहते हैं।
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गीतिकाव्य का अर्थ ' गाया जा सकने वाला काव्य' है एक काव्य को गीतिकाव्य नहीं कहा जा सकता जिस गीत में तीव्र संगीत आत्मकथा भव अनुभूति रहती है वह गीतिकाव्य कहलाता है गीति एक प्राचीन विधा है और हिंदी के साहित्य कोश में इसका प्रयोग प्राचीनतम है यदि छंद को गीतिकाव्य कहा जाए तो वह अनुचित नहीं होगा गीतिकाव्य का अंग्रेजी में अर्थ लिरिक के जैसा है गीतिकाव्य पर विद्वानों का आपस में मतभेद है। क्योंकि हर एक विद्वान का गीतिकाव्य के प्रति एक अलग ही परिभाषा है।
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गीतिकाव्य : गीतिकाव्य वो शब्द होते हैं जो गीत या काव्य रचना को बनाते हैं गीतिकाव्य लिखने वाले गीतकार होते हैं। विशेषकर संगीत के साथ निर्मित किए गए गीत के शब्दो को बोल भी कहते हैं। ऐसा भारतीय परिप्रेक्ष्य में सिनेमा में बहुत आम है इसमें बनाई गई फिल्मों में अक्सर समानता 3 से 4 गीत होते हैं जिन्हें संगीत में ढालकर निर्मित किया जाता है इसके लिए विशेष तौर पर गीत कारों की सेवा ली जाती है और उन्हें बड़े सम्मान के साथ देखा जाता है।
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Preetipatelpreetipatel1050@gmail.com | पोस्ट किया
गीत काव्य की रचना गीत गोविंद जयदेव ने की थी जिसमें भगवान कृष्ण और उनकी गोपियों के रासलीला का वर्णन किया गया था । गीतिकाव्य से आशय ऐसे गीत या काव्य रचना से होता है जो संगीत के साथ निर्मित किए जाते हैं। गीतिकाव्य लिखने वाले व्यक्ति को गीतकार कहते हैं। जिसमें गीत के कुछ बोल भी शामिल होते हैं।ऐसे गीत काव्य रचना से भारतीय परिप्रेक्ष्य सिनेमा में बहुत आम हो चुका है।
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