शेयर बाजार ने नए वित्त वर्ष का स्वागत बड़ी ही मजबूती के साथ किया | वित्त वर्ष 2018-19 के पहले सत्र में सेंसेक्स 100 अंकों की ज्यादा तेजी से 33,062 पर जबकि निफ्टी 50 अंकों से ज्यादा की बढ़त के साथ 10,149 अंकों पर खुला | शुरुआती कारोबार में निफ्टी 10,180 के करीब पहुंचा जबकि सेंसेक्स ने 33,120 के आगे कि बढ़त हासिल की |
हालांकि, शुरुआती तेजी के बाद सेंसेक्स-निफ्टी ऊपरी स्तर से थोड़ा कम हुआ | फिलहाल, सेंसेक्स 59 अंक की तेजी के साथ 33,026 के स्तर पर अपना कारोबार कर रहा है | वहीं, निफ्टी 23 अंक उछलकर 10,135.95 के स्तर पर कारोबार कर रहा है | ये तो था वित्त वर्ष का पहला दिन अब आपको बताते है मिड-कैप और स्माल-कैप क्या है ?
मिड-कैप :- आम तौर पर जिन कम्पनी का मार्किट कैपिटलाइजेशन या मार्केट कैप 1000 करोड़ से 10000 करोड़ तक होता है, वे सभी कंपनी मिड कैप कम्पनी की श्रेणी में आते है, और इन्हें मिड कैप शेयर या मिड कैप कम्पनी कहा जाता है | मिडकैप शेयरों में इंडियन होटल, टाटा ग्लोबल, एम्फैसिस, आईडीएफसी बैंक और आईआईएफएल होल्डिंग्स 4.2-1.7 फीसदी तक मजबूत हुए हैं |
स्माल-कैप :- आम तौर पर जिन कम्पनी का मार्किट कैपिटलाइजेशन या मार्केट कैप 1000 करोड़ तक होता है, वे सभी कंपनी स्माल कैप कम्पनी की श्रेणी में आते है, और इन्हें स्माल कैप शेयर या स्माल कैप कम्पनी कहा जाता है | स्मॉलकैप शेयरों में इलेक्ट्रोकास्टील कास्टिंग्स, मधुकॉन प्रोजेक्ट्स, जीएम ब्रुवरीज, दिलीप बिल्डकॉन और जय भारत मारुति 16.2-7.25 फीसदी तक उछले हैं |
लार्ज-कैप :-
आम तौर पर जिन कम्पनी का मार्किट कैपिटलाइजेशन या मार्केट कैप 10000 करोड़ से ज्यादा होता है, वे सभी कंपनी लार्ज कैप कम्पनी की श्रेणी में आते है, और इन्हें लार्ज कैप शेयर या लार्ज कैप कम्पनी कहा जाता है |