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भारत के लोगों के लिए मेड इन चाइना का मतलब नकली और सस्ते इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होता है। परंतु ऐसा नहीं है चाइना की टेक्नोलॉजी भारत की टेक्नोलॉजी से कहीं आगे निकल चुकी है क्योंकि भारत में जहां अधिकतर काम इंसानों द्वारा होते हैं चाइना में वही काम रोबोट्स कर रहे हैं जो एआई टेक्नोलॉजी पर आधारित है। चीन की बहुत सी ऐसी फैक्ट्रियां है जहां पर एआई टेक्नोलॉजी पर आधारित रोबोट्स काम कर रहे हैं और सार्वजनिक जगहों पर भी रोबोट्स की सेवाएं ली जा रही है वहीं भारत में ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। चीन की टेक्नोलॉजी बहुत आगे है जो अमेरिका की टेक्नोलॉजी को टक्कर दे रही है वहीं भारत की टेक्नोलॉजी बहुत पिछड़ी हुई है।
चीन की बात की जाए तो चीन में A.I.(आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) टेक्नोलॉजी का उपयोग होने लगा है जिसकी सहायता से ड्राइवरलेस करें सड़कों पर दौड़ रही हैं और रेस्टोरेंट्स और अस्पतालों में रोबोट्स काम कर रहे हैं।
रोबोट्स ट्रैफिक संभाल रहे हैं बिग ब्रदर नाम का एक निगरानी सिस्टम है जो सार्वजनिक जगहों पर नागरिकों की हलचल और उनके हाव-भाव पहचान पूर्व अनुमान लगा कर होने अपराधों की सूचना दे देता है, और कर उन पर निगरानी रखता है।
जहां भारत के लोग सोशल मीडिया एप फेसबुक, टि्वटर, व्हाट्सएप विदेशी कंपनियों द्वारा बनाए उपयोग कर रहे हैं। और इन्हें टक्कर देने के लिए ऐप्स अभी डिवेलप किए हैं। वही चाइना ने इन सोशल मीडिया एप्स को टक्कर देने के लिए काफी समय पहले ही खुद के एप्स लांच कर दिए थे जिन्हें वहां ले लोग इस्तेमाल कर रहे हैं।
इंटरनेट यूजर्स की बात की जाए तो चाइना में लगभग 70 करोड से अधिक इंटरनेट यूजर्स है जो कि भारत के इंटरनेट यूजर्स से लगभग दोगुनी है।
चीन गुइझाऊ में अब तक का दुनिया का सबसे बड़ा बिग डाटा केंद्र बना रहा है,
दुनिया की सबसे बड़ी और ज्यादा कमाई करने वाली इंटरनेट कंपनियों के बाद की जाए तो टॉप टेन में चार चाइना की है,
भारत में स्मार्टफोन के कारोबार में एक बड़ा हिस्सा चीनी स्माटफोन ब्रांड्स का है, भारतीय स्मार्टफोन ब्रांड्स चीनी कंपनियों के आगे कहीं नहीं ठहरती क्योंकि चीन कम कीमत में अच्छी टेक्नोलॉजी और फीचर्स उपलब्ध करवाता है।
कड़वा है मगर सच है चीनी टेक्नोलॉजी भारतीय टेक्नोलॉजी से बहुत ही ज्यादा आगे है चाहे वह किसी भी क्षेत्र में क्यों ना हो चाहे वह सुरक्षा के क्षेत्र में हो सोशल मीडिया या फिर मशीनरी हर क्षेत्र में चाइना भारत से आगे हैं। चीन के लोग बहुत से चाइनीज अप्प्स बना कर उन अप्प्स के जरिये पैसे कमाते थे घर बैठे उनकी बहुत आमदनी होती थी। लेकिन धीरे धीरे भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी आंखे खुली और उन्होंने 118 चाइनीज अप्प्स पर बैन लगवाया क्योंकि भारत लोग चीन अप्प्स जितना यूज़ करते थे चीन के लोगो उतना ही प्रोफिट होता था।
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