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भारत की चौहद्दी का तात्पर्य उस भौगोलिक सीमा से है जो भारत देश को अन्य देशों से अलग करती है। यह चौहद्दी केवल एक रेखा मात्र नहीं है, बल्कि इसमें भौगोलिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और राजनीतिक विविधताओं का समावेश होता है। भारत का विस्तार उत्तर में हिमालय से लेकर दक्षिण में हिंद महासागर तक, पूर्व में अरुणाचल प्रदेश से लेकर पश्चिम में गुजरात और राजस्थान के रेगिस्तान तक फैला हुआ है। भारत की यह विस्तृत भौगोलिक सीमा इसे एक अनूठा और विविधताओं से परिपूर्ण देश बनाती है।
भारत एशिया महाद्वीप के दक्षिणी भाग में स्थित है। यह उत्तरी गोलार्द्ध में 8°4' उत्तरी अक्षांश से लेकर 37°6' उत्तरी अक्षांश तक फैला हुआ है तथा पूर्वी देशांतर में 68°7' से 97°25' तक फैला है। भारत की कुल भौगोलिक सीमा लगभग 15,200 किलोमीटर लंबी है, जिसमें थल सीमा (Land Boundary) और तटीय सीमा (Coastline) दोनों शामिल हैं।
भारत की चौहद्दी मुख्यतः दो भागों में विभाजित की जा सकती है:
थल सीमा (Land Boundary):
यह सीमा उन देशों के साथ साझा की जाती है जो भारत से स्थल मार्ग से जुड़े हुए हैं। इसकी लंबाई लगभग 15,106 किलोमीटर है।
तटीय सीमा (Coastline):
भारत की समुद्री सीमा लगभग 7,516.6 किलोमीटर लंबी है, जिसमें मुख्यभूमि और द्वीपों की समुद्री रेखाएँ शामिल हैं।
भारत की सीमा कुल 9 देशों से लगती है, जिनमें से 7 देश स्थल मार्ग से सीधे जुड़े हुए हैं, जबकि 2 देशों के साथ समुद्री सीमा साझा की जाती है।
पाकिस्तान (3,323 किमी)
– भारत की पश्चिमी सीमा पर स्थित है।
– राजस्थान, पंजाब, जम्मू और कश्मीर तथा गुजरात इसकी सीमा साझा करते हैं।
– "रेडक्लिफ रेखा" के अनुसार यह सीमा 1947 में विभाजन के समय निर्धारित की गई थी।
चीन (3,488 किमी)
– भारत की उत्तरी सीमा पर स्थित है।
– लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश इससे जुड़े हैं।
– चीन के साथ सीमा विवाद (विशेषतः Aksai Chin और अरुणाचल प्रदेश) अब भी जारी है।
नेपाल (1,751 किमी)
– यह भारत के उत्तर में स्थित है।
– उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम इसके साथ सीमा साझा करते हैं।
– भारत और नेपाल के बीच 'खुली सीमा' नीति है।
भूटान (699 किमी)
– उत्तर-पूर्व में स्थित यह छोटा हिमालयी देश भारत के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।
– सिक्किम, पश्चिम बंगाल, असम और अरुणाचल प्रदेश इसकी सीमा से जुड़े हैं।
बांग्लादेश (4,096 किमी)
– यह भारत की सबसे लंबी स्थल सीमा साझा करने वाला देश है।
– पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिज़ोरम इससे जुड़े हैं।
– 2015 में भारत-बांग्लादेश सीमा समझौते के तहत सीमा विवाद सुलझाया गया।
म्यांमार (1,643 किमी)
– भारत के पूर्व में स्थित यह देश नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और अरुणाचल प्रदेश से सीमा साझा करता है।
– यह सीमा व्यापार और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण है।
अफगानिस्तान (106 किमी)
– यह सीमांत क्षेत्र "गिलगित-बाल्टिस्तान" में है जो वर्तमान में पाकिस्तान के कब्जे में है।
– इसे "डूरंड रेखा" कहते हैं, जो 1893 में ब्रिटिश भारत और अफगानिस्तान के बीच तय हुई थी।
श्रीलंका
– यह भारत के दक्षिण में स्थित एक द्वीपीय राष्ट्र है।
– भारत और श्रीलंका के बीच 'पाक जलडमरूमध्य' तथा 'मन्नार की खाड़ी' स्थित है।
– रामेश्वरम (तमिलनाडु) से जाफना (श्रीलंका) तक समुद्री दूरी बहुत कम है।
मालदीव
– यह भारत के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है और लक्षद्वीप द्वीपसमूह के पास स्थित है।
– दोनों देशों के बीच समुद्री व्यापारिक मार्ग अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।
भारत की चौहद्दी की रक्षा के लिए विभिन्न सुरक्षा एजेंसियाँ काम करती हैं। इनकी जिम्मेदारियाँ सीमाओं की सुरक्षा, तस्करी पर नियंत्रण, अवैध घुसपैठ रोकना और आपात स्थितियों में राहत पहुँचाना होता है।
भारतीय सेना (Indian Army):
– विशेषतः उत्तरी सीमा (चीन और पाकिस्तान) पर तैनात।
सीमा सुरक्षा बल (BSF):
– पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगी सीमाओं पर तैनात।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP):
– चीन से लगी पर्वतीय सीमाओं की रक्षा करती है।
सशस्त्र सीमा बल (SSB):
– नेपाल और भूटान की सीमाओं पर तैनात।
भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard):
– समुद्री सीमाओं की निगरानी करता है।
भारत की चौहद्दी केवल राजनीतिक सीमाएँ नहीं हैं, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक विविधता और ऐतिहासिक विरासत को भी दर्शाती हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोग विविध भाषाएँ बोलते हैं, विभिन्न धर्मों का पालन करते हैं, और अलग-अलग रीति-रिवाजों का पालन करते हैं। यह भारत की "एकता में अनेकता" को दर्शाता है।
– नागालैंड और म्यांमार के बीच रहने वाले नागा जनजातियों की सांस्कृतिक एकता।
– भारत-नेपाल सीमा पर मैथिली और भोजपुरी बोलने वाले लोगों की सांस्कृतिक समानता।
सीमा विवाद:
– चीन के साथ एलएसी (Line of Actual Control) को लेकर, और पाकिस्तान के साथ एलओसी (Line of Control) को लेकर विवाद समय-समय पर उभरते हैं।
अवैध घुसपैठ और तस्करी:
– विशेषकर बांग्लादेश और म्यांमार से भारत में अवैध घुसपैठ की समस्या बनी रहती है।
सीमा पर बुनियादी ढाँचे की कमी:
– कई सीमावर्ती क्षेत्र अब भी सड़क, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं।
भारत की चौहद्दी न केवल एक भौगोलिक सीमा है, बल्कि यह राष्ट्र की संप्रभुता, सुरक्षा और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है। इन सीमाओं की रक्षा करना और सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास करना सरकार की प्रमुख जिम्मेदारियों में से एक है। भारत की चौहद्दी विविधताओं से परिपूर्ण है – कहीं बर्फ से ढकी पर्वत चोटियाँ हैं, तो कहीं सुनहरे रेगिस्तान, कहीं घने जंगल हैं, तो कहीं विस्तृत समुद्री तट। इन सीमाओं के भीतर बसता है एक ऐसा भारत, जो विविधताओं में भी एकता के सूत्र में बँधा है।
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