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@letsuser | पोस्ट किया
कुरान कहती है – मुस्लिम बनो।
बाइबिल कहती है – ईसाई बनो।
किन्तु वेद कहता है – मनुर्भव अर्थात मनुष्य बन जाओ (ऋग्वेद 10-53-6)।
वेदों के आधार पर महर्षिमनु ने धर्म के 10 लक्षण बताए है :-
धृति क्षमा दमोsस्तेयं शौचमिन्द्रिय निग्रह:
धीर्विद्या सत्यमक्रोधो दशकं धर्म लक्षणमं ॥
(1) धृति :- कठिनाइयों से न घबराना।
(2) क्षमा :- शक्ति होते हुए भी दूसरों को माफ करना।
(3) दम :- मन को वश में करना (समाधि के बिना यह संभव नहीं) ।
(4) अस्तेय :- चोरी न करना। मन, वचन और कर्म से किसी भी परपदार्थ या धन का लालच न करना ।
(5) शौच :- शरीर, मन एवं बुद्धि को पवित्र रखना।
(6) इंद्रिय-निग्रह :- इंद्रियों अर्थात आँख, वाणी, कान, नाक और त्वचा को अपने वश में रखना और वासनाओं से बचना।
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