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गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) हमारे शरीर में कोलेस्ट्रोल प्रोटीन युक्त एक तत्व होता है जिसे लिपोप्रोटीन के नाम से जाना जाता है जब लिपॉप्रोटीन में फैट की तुलना में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है इसे हम गुड कोलेस्ट्रॉल कहते हैं हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन का यह स्तर हार्ट के लिए फायदेमंद होता है इससे हार्ट संबंधी बीमारियां होने का बहुत कम खतरा होता है इसलिए इसे गुड कोलेस्ट्रॉल कहते हैं।
बैड कोलेस्ट्रॉल(LDL) बैड कोलेस्ट्रॉल को हम लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन भी कहते हैं इस अवस्था में लिपॉप्रोटीन मे प्रोटीन की जगह फैट से अधिक होती है इस स्थिति में हार्ट से संबंधित बीमारियां होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है. इसलिए इसे हम बैड कोलेस्ट्रोल कहते हैं।
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Fitness trainer,Fitness Academy | पोस्ट किया
इस बात से तो हम सभी वाकिफ है की हमें कोलेस्ट्रॉल देखने में भले ही एक आम बीमारी जैसी लगती है लेकिन वक़्त रहते अगर इसका इलाज न हुआतो यह घातक बीमारियों में से एक बन सकती है | कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार का लुब्रीकेंट है, जो ब्लड सेल्स में पाया जाता है। हार्मोंस के निर्माण, शरीर में कोशिकाओं को स्वस्थ और ठीक रखने का काम करता है। गलत लाइफस्टाइल के चलते आजकल लोगों में हाई कोलेस्ट्राल की समस्या काफी देखने को मिल रही है। अगर उसे समय पर कंट्रोल ना किया जाए तो यह दिल की बीमारियों का कारण भी बन सकती है।
courtesy-Bulletproof
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