लोकोक्ति और मुहावरे में क्या अंतर होता है आइए हम आपको यहां पर विस्तार से बताते हैं।
लोकोक्ति शब्द का अर्थ-
लोक+उक्ति यह दो शब्दों से मिलकर लोकोक्ति शब्द बना है। लोक का मतलब होता है, जनसाधारण या समाज में व्यक्ति से है और उक्ति मतलब उनके द्वारा कहे गए कोई कथन से है।
इस तरह से यह लोकोक्ति का अर्थ हुआ कि जनसामान्य में कोई तकलीफ ऐसा कथन जिसका कोई विशेष अर्थ हो जिसमें व्यंग छुपा हो या जिसका कोई विस्तृत मतलब हो जो उस भाषा में जाना और समझा जाता है उसे लोकोक्ति कहते हैं।
जैसे एग्जांपल है-
नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को गई।
अगर इसका सीधा अर्थ देखा है क्या है तो कोई मतलब ही नहीं है लेकिन इसमें तीखा व्यंग छुपा हुआ है। ऐसे लोगों के बारे में याद रंग भरी उसकी कही जाती है जो वास्तव में अच्छा होने का दिखावा करते हैं लेकिन बुरे कर्मों में लगे होते हैं इसलिए कहा गया है कि नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को गई।
मुहावरा किसे कहते हैं?
मुहावरा लोकोक्ति से अलग होता है। जहां लोकोक्ति में जनसाधारण द्वारा कही गई कोई व्यंग्य या उसमें छिपी हुई गहरी बात होती है। जबकि मुहावरा एक वाक्यांश होता है जिसका अपना अर्थ और उसका लक्षण होता है। जैसे कि अंधे की लाठी मुहावरे का मतलब होता है कि एकमात्र सहारा किसका बाद प्रयोग इस तरह से होगा कि वह तो अपने माता-पिता का एक अंधे का लाठी है अर्थात वह अपने माता-पिता का एक सहारा ही है। इसी तरह से नौ दो ग्यारह होना। पुलिस को देखते ही चोर नौ दो ग्यारह हो गए। Loading image...