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Satindra Chauhan

| पोस्ट किया |


ट्यूबेक्टॉमी क्या है, ट्यूबेक्टॉमी के बाद कितने दिन बेड रेस्ट होता है।


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B.A. (Journalism & Mass Communication) | पोस्ट किया


ट्यूबेक्टॉमी एक सर्जिकल प्रोसेस है, जिसमें महिला के फैलोपियन ट्यूब को काट दिया जाता है| ताकि महिला का गर्भ धारण न ही सके| इसको परमानेंट बर्थ कंट्रोल मेथड भी कहा जा सकता है| ट्यूबेक्टॉमी के बाद आम तौर पर आपको कम से कम एक से दो दिन तक आराम करना चाहिए और अपनी सामान्य गतिविधियों से दूर रहना चाहिए| आपको कम से कम एक हफ्ते तक आराम आराम से चलना चाहिए, आराम से उठाना बैठना चाहिए और शरीरिक काम करने से बचना चाहिए| इसके अलावा, आपको अपने सर्जन की सलाह लेकर ही बाकी बातों का ध्यान रखना चाहिए|


ट्यूबेक्टॉमी एक प्रकार का स्त्री बंधन ऑपरेशन होता है जिसे शल्य चिकित्सा के माध्यम से किया जाता है| यह एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण ऑपरेशन होता है जिसे स्थानीय अस्पतालों या क्लिनिक में आराम से किया जा सकता है| इस ऑपरेशन के बाद, महिला गर्भधारण करने के लिए अक्षम हो जाती है| एक प्रकार से यह एक अंतिम प्रयास होता है जो उन महिलाओं के लिए माना जाता है जो 2 से बधिक बच्चे नहीं चाहते या जिनके अधिक ज्यादा बच्चे हैं|

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(Image Credit :- Eisco labs)


ट्यूबेक्टॉमी सर्जरी कैसे की जाती है:
पहले मरीज़ को एनेस्थीसिया दिया जाता है जिससे उसका शरीर पूरी तरह सुन्न हो जाता है| इसके बाद रोगी के पेट पर नाभि के पास एक या दो छोटे कट लगाए जाते हैं| इसके बाद टेलीस्कोप के समान एक उपकरण होता है उसके साथ एक लचीली ट्यूब के साथ कट के माध्यम से पेट में डाला जाता है|


इसके बाद लैप्रोस्कोप के माध्यम से या दूसरे कट किये गए स्थान पर उपकरणों की मदद से फैलोपियन ट्यूब को जमाया जाता है यानी कि उसको थोड़ा कड़क किया जाता है| फिर इसे जलाया जाता है, और इसके बाद उन कट किये स्थान की सिलाई कर दी जाती है|


ज्यादातर महिलाएं सर्जरी कराने के कुछ दिनों बाद ही अपना जीवन सामान्य जीने लगती है, लेकिन वहीँ दूसरी तरफ कुछ महिलाओं को रिकवर होने में समय लग सकता है| उस दौरान महिलाओं को सलाह दी जाती है कि वो कुछ दिनों के लिए योग या किसी प्रकार का व्यायाम न करें| और इसके अलावा अपने आहार में सही चीज़ों का सेवन करें|


ट्यूबेक्टॉमी के दुष्प्रभाव हैं:
ट्यूबेक्टॉमी के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं: जैसे:
कुछ एनेस्थेटिक मेडिसिन से एलर्जी,
ब्लीडिंग होना,
टांकों में दर्द होना,


ट्यूबेक्टॉमी प्रक्रिया के बाद मरीज़ को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- ऑपरेशन के बाद रोगी को पूरी तरह से जांच के लिए डॉक्टर से मिलना चाहिए|
- इन्फेक्शन से बचने के लिए मेडिसिन और एंटीबायोटिक्स लेना चाहिए|
- तेज बुखार, पेट में दर्द, कटने से खून आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए|
- रोगी को सर्जरी के बाद कम से कम एक से 2 सप्ताह तक कोई रिलेशन नहीं बनाना चहिये|


तो ये हैं ट्यूबेक्टॉमी की प्रक्रिया और उसके बारें में जानकारी उम्मीद है आपको ये जानकारी समझ आई होगी|

 

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