हेल्थ पॉलिसी लेते समय नीचे बताए गए बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
हेल्थ इंश्योरेंस पैसे की बर्बादी नहीं होती है बल्कि क्या आज की बीमारी में पैसों की बंदोबस्त करने वाला प्लान होता है। 20 से 30 हजार रु० सालाना देकर 5 से 7 लाख का हेल्थ इंश्योरेंस सालाना हासिल करना बुद्धिमानी का काम होता है।
बाजार में उपलब्ध हेल्थ इंश्योरेंस के फायदे की तुलना करें
आपको बता दें कि ऑनलाइन साइट से में सभी कंपनियों के हेल्थ इंश्योरेंस से प्लान की तुलना दी रहती है जिससे आप बेस्ट हेल्थ प्लान आसानी से चुन सकते हैं।
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हेल्थ प्लान में दिए गए टर्म और कंडीशन को ध्यान से पढ़ें
प्लान खरीदते समय यह ध्यान रखें कि प्रीमियम कितना है। किन किन बीमारियों में हेल्थ प्लान का लाभ मिलेगा और दुर्घटना के मामले में कंपनी कितना पैसा रिटर्न करती है।
40 से कम उम्र वालों के लिए खास प्लान
यदि आप की उम्र 40 साल से कम है तो आपको हेल्थ इंश्योरेंस में कई आश्चर्यजनक फायदे मिलते हैं। जैसे अगर कोई क्लेम ना हुआ तो आप बोनस के तौर पर पैसे वापस मिलते हैं। जब भी आप किसी कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीदे तो इन बातों की जानकारी ही रखनी जरूरी होती है।
इंश्योरेंस लेते समय अपने मेडिकल कंडीशन के बारे में पूरी बात बतानी चाहिए। किसी तरह की गंभीर बीमारी के बारे में छुपाना नहीं चाहिए क्योंकि जब आप मेडिकल क्लेम लेंगे तो यह पता चलेगा तो कंपनी मेडिकल क्लेम देने से इंकार कर सकती है।
लिमिट और सब लिमिट वाला प्लान ना खरीदें
अगर आप ऐसा प्लान खरीदते हैं जिसमें स्वास्थ्य बीमा कंपनी पहले से कोई लिमिट तय करती है तो यह प्लान आपके लिए ठीक नहीं है क्योंकि विषम परिस्थितियों में आपको इलाज करने के लिए अच्छी सी अच्छी दवा और परिस्थितियों की जरूरत होती है इसलिए कंडीशन वाले इंश्योरेंस प्लान आपके लिए सही नहीं होगा।
इसके अलावा हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए
- सभी तरह के मेडिकल खर्चों को कवर करने वाला प्लान होना चाहिए।
- फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के साथ क्वालिटी मेडिकल अटेंशन प्लान होना चाहिए।
- ऐसा इंश्योरेंस प्लान हो जिसमें क्वालिटी मेडिकल उपचार हो सके।
- टैक्स बचाने वाला मेडिकल प्लान हो।
- आज कितने रुपए में दवाओं के इलाज में खर्च होते हैं। बढ़ती हुई महंगाई के कारण आने वाले समय में इतने पैसे में इतना अच्छा इलाज संभव नहीं होगा इसलिए महंगाई के अनुसार हेल्थ मेडिकल प्लान होना चाहिए।
- कई प्राइवेट बैंकिंग सेक्टर और इंश्योरेंस सेक्टर इस तरह के प्लान उपलब्ध कराते हैं।
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