हिंदी बोलने वाली रोबोट मशीन का नाम रश्मि रोबोट है। रश्मि रोबोट मशीन बनाने वाले व्यक्ति रंजीत श्रीवास्तव है,हिंदी के अलावा रश्मि रोबोट मशीन मराठी इंग्लिश तथा भोजपुरी भी बोल सकती है। रंजीत श्रीवास्तव जी का कहना है कि रश्मि रोबोट का शरीर का 80% हिस्सा बनकर तैयार हो चूका है,अब केवल रश्मि रोबोट के हाथ,पैर बनना बाकी रह गया है।
रंजीत श्रीवास्तव ने बताया है कि रश्मि रोबोट को बनाने में 2 साल का समय लग चूका है,अब तक रश्मि रोबोट मशीन क़ो बनाने मे 50 हजार से 1लाख रुपए का खर्च आ चुका है। दरअसल रश्मि रोबोट मशीन क़ो पूरी तरह से तैयार करने मे एक महीना और लग सकते है। अभी तक रश्मि रोबोट अपनी आंखों, पलकों, होठो को अच्छे से हिला लेती है साथ ही गर्दन घुमाकर इसारे भी करती है।" रंजीत श्रीवास्तव ने बताया है कि रश्मि रोबोट एक-दो बार किसी भी व्यक्ति से मुलाकात करने के बाद आसानी से पहचान लेती है। रश्मि की आंखों में लगा कैमरा लोगों की छवि क़ो कैद करके रखता है।
रश्मि रोबोट की शरीर क़ो इंसानो की तरह ही तैयार किया गया है, लेकिन रश्मि रोबोट की बॉडी के पार्ट्स क़ो अलग-अलग तरह से तैयार किया गया है। जैसे कि मनुष्य जिस तरह से किसी भी चीज गंध ले सकती है, उसी तरह से रश्मि रोबोट भी इंसान की तरह किसी भी चीज की गंध ले सकता है। क्योंकि रश्मि रोबोट क़ो ज़ब बनाया जा रहा है तो उसके बॉडी मे स्पेक्टोमीटर तथा गैस कोमेतोग्राफ मशीन लगाया गया था जिसकी मदद से वह किसी भी चीज की गंध आसानी से ले सकती है।
रश्मि रोबोट मनुष्य की तरह पलकें झपका सकती है और एक -जगह से दूसरे जगह पैरो की मदद से चल -फिर सकती है। रश्मि रोबोट इंसानों से हिंदी भाषा मे बातचीत कर सकती है, यह रोबोट इंसान की तरह बोलता है, जिस तरह मनुष्य हिंदी भाषा मे आपस मे बातचीत करता है उसी तरह ये रोबोट भी इंसानों से हिंदी भाषा मे बात करता है।
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