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यहां पर एक बहुत अच्छा ही सवाल पूछा गया है, की राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस कब मनाया जाता है, तो चलिए आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताते हैं कि राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस कब मनाया जाता है। राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस 27 फरवरी को मनाया जाता है।राष्ट्रीय स्तर की सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल, ‘राइट टू प्रोटीन’ ने 27 फरवरी, 2020 को भारत में पहला ‘प्रोटीन दिवस’ मनाया था। इस दिवस के द्वारा प्रोटीन के पोषण संबंधी लाभों के बारे में जागरूकता फैलाई जाती है।इस अभियान का उद्देश्य, गर्भवती महिलाओं, माताओं व बच्चो के पोषण की आवश्यकताओं को पूरा करना है। इसके अतिरिक्त इसका लक्ष्य बच्चो, महिलाओं में खून की कमी (अनीमिया) को दूर करना भी है। यह महिला व बाल विकास मंत्रालय का फ्लैगशिप कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम आंगनबाड़ी सेवा,प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना,जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, मनरेगा से जुड़ा है।
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दोस्तों आप सभी को पता है कि प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक है। प्रोटीन हमारे शरीर को तंदुरुस्त बनाने में मदद करता है। आज इस पोस्ट में हम आपको राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस के बारे में बताएंगे। हर साल राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस 27 फरवरी को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत प्रोटीन की अधिकार पहल से हुई। इसका उद्देश्य केवल भारतीय घरों में प्रोटीन की जरूरत से रुबरु करवाना था।, प्रोटीन दिवस में प्रोटीन को लेकर जागरूकता और सेहत के लिए किस तरह के प्रोटीन से युक्त भोजन का सेवन करना चाहिए। उस दिन ये सब बताया जाता है। 2020 में पहला राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस मनाया गया। प्रोटीन शरीर के लिए मसल्स ग्रोथ और रिपेयर के लिए बहुत ही आवश्यक है। यह फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ाने में मदद करता है। और इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाए रखने के लिए आवश्यक होते हैं। पनीर प्रोटीन का एक अच्छा सोर्स होता है यदि हम 100 ग्राम पनीर का सेवन करते हैं तो हमारे शरीर को 18 ग्राम प्रोटीन मिलेगा।
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राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस हर साल 27 फरवरी को पूरे भारत के साथ-साथ अन्य देशों में भी मनाया जाता है। 27 फरवरी, 2020 को भारत में पहला ‘प्रोटीन दिवस’ मनाया था।अंडे, मांस, दाल और डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही और पनीर को प्रोटीन के सबसे अच्छे स्रोत के रूप में स्वीकार किया जाता है। प्रोटीन की कमी से मांसपेशियों की बर्बादी, कमजोरी, सूजन, फैटी लीवर रोग होता है और शरीर संक्रमण के प्रति संवेदनशील हो जाता है। राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस लोगों को इसके प्रति जागरूक करता है और स्वस्थ जीवन बनाने में मदद करता है। प्रोटीन दिवस मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य था कि लोग जब इसके बारे में जानेंगे तो इसे अपने जीवन में अपनाएंगे और जब इसे अपनाएंगे तो व्यक्ति के शरीर में प्रोटीन की कमी नहीं होगी। जिस व्यक्ति हमेशा स्वस्थ रहेगा और जीवन में बीमारी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
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