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चलिए आज हम आपको बताते हैं की अफीम की खेती सबसे ज्यादा कहां की जाती है:-
दोस्तों मैं आपको बता दूं की अफीम एक नशीला पदार्थ है। जिसको लेकर दुनिया की हर देश में अलग-अलग कानून भी बनाए गए हैं। वैसे तो दुनिया में अफीम का उत्पादन सबसे ज्यादा अफगानिस्तान में किया जाता है। और यदि हमारे भारत देश की बात की जाए तो हमारे भारत देश में अफीम की खेती बहुत ही कम मात्रा में की जाती है। अफीम की खेती करने के लिए सरकार से अलग से लाइसेंस लेना पड़ता है। मैं आपको बता दूं कि सरकार लाइसेंस को कुछ ही राज्यों के किसानों को जारी करती है तो चलिए हम आपको बताते हैं कि हमारे भारत देश में सबसे अधिक अफीम की खेती किस राज्य में की जाती है।
दोस्तों हमारे भारत देश के केवल तीन राज्य में ही अफीम की खेती सबसे अधिक की जाती है सबसे पहले नंबर पर आता है मध्य प्रदेश, दूसरे नंबर पर राजस्थान व तीसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश। इन्हीं तीन राज्यों में अफीम की खेती अधिक मात्रा में की जाती है। अफीम की खेती करने के लिए किसानों को सबसे पहले सेंट्रल ब्यूरो का नारकोटिक्स से लाइसेंस लेना पड़ता है। इसके बाद ही किस को अफीम की खेती करने की इजाजत दी जाती है।
चलिए हम आपको बताते हैं की अफीम कितने में बिकती है :-
अफीम की कीमत की बात की जाए तो यह उसके फसल की क्वालिटी के आधार पर तय होती है। हम आपको बता दें कि 1 किलो अफीम की कीमत 8000 से 100000 प्रति किलो के रेट पर मार्केट में बिकता है। आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि इसके पुड़ियों में बिकने पर इसकी कीमत लाखों रुपए तक पहुंच जाती है। अफीम के पौधे की लंबाई लगभग 3 से 4 फीट तक हो सकती है और इसके पत्ते गुड़हल के पत्तों की तरह दिखते हैं। इसके फूल सफेद और नीले रंग में कटोरी नुमा होते हैं। अफीम का रंग काला होता है और इसका टेस्ट बहुत ही कड़वा होता है।
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आज हम चर्चा करने वाले हैं कि सबसे ज्यादा अफीम की खेती कहां पर की जाती है:-
दोस्तों यदि नशीर पदार्थ की बात की जाए तो इस दुनिया में सबसे अधिक नशीला पदार्थ है अफीम। जिस नशे के चक्कर में दुनिया कई बार पागल हो जाती है। और यदि आपको पता चले कि इस नशीले पदार्थ की सबसे अधिक खेती हमारे भारत देश में की जाती है तो शायद आप हैरान हो जाएंगे लेकिन यह बात पूरी तरह से सत्य है हमारे भारत देश के अफगानिस्तान में अफीम का उत्पादन सबसे अधिक मात्रा में किया जाता है। दोस्तों अफीम को लेकर दुनिया भर में अलग-अलग कानून भी बनाए गए हैं। यदि कोई व्यक्ति अफीम की खेती करना चाहता है तो इसके लिए उसे व्यक्ति को अलग से लाइसेंस बनवाना पड़ेगा। मैं आपको बता दूं कि सरकार कुछ ही राज्यों के किसानों को इसका लाइसेंस जारी करती है।
चलिए जानते हैं कि आखिर कैसा होता है अफीम का पौधा:-
दोस्तों यदि अफीम के पौधे की लंबाई की बात की जाए तो इसकी लंबाई 3 से 4 फुट तक हो सकती है। इसके पत्ते हरे, लंबे,डंठल और गुड़हल के पत्तों की तरह दिखाई देते हैं। और अफीम के फूलों की बात की जाए तो इसके फूल सफेद और नीले रंग की कटोरी नुमा होते हैं। अफीम के रंग की बात की जाए तो इसका रंग काला होता है। और इसका स्वाद बेहद ही कड़वा होता है।
अक्टूबर से नवंबर तक होती है बुआई :-
दोस्तों मैं आपको बता दूं की अफीम की खेती ठंड के महीने में की जाती है। यानी कि अक्टूबर से नवंबर के महीने की बीच इसकी बुवाई की जाती है। इसकी बुवाई करने के लिए खेत को साफ करना पड़ता है। और खेत को कम से कम 3 से 4 बार अच्छे से जोत कर गोबर की खाद डाली जाती है।
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