Marketing executive | पोस्ट किया |
| पोस्ट किया
सबसे बड़ा कछुआ गैलापागोस है जो द्वीपसमूह के साथ द्वीपो पर पाया जाता है। यह कछुआ विशाल कछुआ है जो विश्व का सबसे बड़ा कछुआ है ये पूर्ण विकसित कछुआ है इसका भार 300किलोग्राम है। और यह प्रशांत महासागर मे भूमध्य रेख के आस -पास फैले ज्वालामुखी द्वीपो का द्वीपसमूह है ये पश्चिम में स्थित है इनकी कुछ प्रजातीय जैसे ग्रीक कछुआ, हर्मन कछुआ, अपहगान कछुआ, मार्जिनल कछुआ आदि इनकी प्रजातियां है इनकी 17 प्रजातियां विलुप्त हो चुकी है.।
0 टिप्पणी
prity singh | पोस्ट किया
विश्व का सबसे बड़ा कछुआ गैला को गत दीप समूह के साथ दीपों पर पाया जाने वालाैै गेलापागोस कछुआ है गे ला पा गो स विशाल कछुआ जिसका पूर्ण विकसित कछुए का भार 300 किलोग्राम और माप 1.2 मीटर (4 फिट) तक हो सकता है यह लंबे समय तक जीवित रह सकता है एक अनुमान के अनुसार जंगल में इसकी जीवन प्रत्याशा 100 डेढ़ सौ साल तक होती है गैलापागोस कछुए की मूल 12 प्रजातियां होती है जिसमें से केवल 10 प्रजातियां ही जंगल में बची है
0 टिप्पणी
Preetipatelpreetipatel1050@gmail.com | पोस्ट किया
* हमारे देश के द्वीपसमूह के सात द्वीपों पर पाया जाने वाला कछुआ य विशाल कछुआ (Geochelone nigra) world का सबसे बड़ा geochelonenigra है। पूर्ण रूप से विकसित वयस्क कछुए का का weight 300 kg (£ 661) और माप 1.2miter इसकी hight 4फीट लंबी हो सकती है।
(1)मध्यप्रदेश मे कछुआ की कुछ ऐसी प्रजातियां होती है जो main rupe से बताई गई है जैस:
* देश में कछुओं की 260 प्रजातियां
* देश में कछुओं की 260 प्रजातियां होती है जिसमे से कुछ प्रजातियां जो लगभग 85 प्रजातियां एशिया में पाई जाती हैं or कुछ प्रजातियां भारत में पाई जाती हैं Up में 14 और एक प्रजाति जमीन मे होती है लेकिन आज के ज़माने मे अनेक तरीके से खत्म हो रहे कछुओं की कई प्रजातियों को national and international के थुरु कुछ नियम बनाए गए है जिसके कारण उन प्रजाती को बचाया ja सखे है!
* स्थलीय कछुए (Tortoises) धरती मे रहने वाले कछुओं को स्थलीय tortoises कहा जाता है जो हमारे आस पास के वातावरणों में अपना जीवन यापन करते हैं। आनेक कछुओं की तरह, इन कछुए का भी पूरा figar tait होता है जिसके कारण उनका शरीर अछे से ढ़का रहता है। इसके body का ऊपरी part कारापेश तथा lower part प्लास्ट्रन कहलाता है। इसके चलाने के लिए चार पैर होते हैं! मादा कछुआ मिट्टी मे अपने बच्चो को जन्म देने से पहले जमींन को खोदकर उसमें अंडे देती है।[1]कछुआ के अंडो की संख्या 2से अधिक होती है। Normaly अंडे देने का time रात में होता है। मादा egg देने के बाद वह अंडे को मिट्टी तथा बालू से ढ़क देती है। कई प्रजातियों के अंडो से बच्चों के जन्म का time अलग अलग होता है। Egg को बच्चे को जन्म देने मे काफी time lagta है।
0 टिप्पणी