क्रोना वायरस के बढ़ते प्रकोप ने लोगों को एक नई रिसर्च भी दे दी है अब हर कोई यह भी जानना चाहता है कि इससे पहले भी कौन-कौन सी महामारी जानवरो की वजह से दुनिया में फैली है.
प्लेग
प्लेग की वजह से 14 शताब्दी में यूरोप की एक तिहाई आबादी मौत के मुंह में समा गई, इसे ताऊन, ब्लैक डेथ, पेस्ट आदि नाम भी दिए गए हैं. इस महामारी की फैलने की मुख्य वजह चूहों को बताया गया है.प्लेग की बीमारी "येरसीनिया पेस्टिस" नामक एक बैक्टीरिया के संक्रमण से होती है. कहा जाता है कि इस बीमारी की वजह से पूरी दुनिया में 20 करोड की आबादी खत्म हो गई थी. इस महामारी का प्रकोप 19वी शताब्दी तक देखने को मिला है.
चीन में इस महामारी ने कहीं का नहीं छोड़ा था. जब यह महामारी चीन में फैली तो महामारी ने इस बेहद ताक़तवर राजवंश के पतन में अहम भूमिका अदा की. वर्ष 1641 में उत्तरी चीन में प्लेग जैसी महामारी ने हमला बोला, जिसके कारण बड़ी संख्या में लोगों की जान चलीगई थी. कुछ इलाक़ो में तो प्लेग की वजह से 20 से 40 फ़ीसद तक आबादी ख़त्म हो गई थी.
चीन में प्लेग ने उस वक़्त दस्तक दी थी, जब चीन बहुत बुरे दौर से गुजर रहा था. वो सूखे और टिड्डियों के प्रकोप से जूझ रहा था. फ़सलें तबाह हो चुकी थी. लोगों के पास खाने को अनाज नहीं था. हालात इतने बिगड़ गए थे कि जब लोगों के पास खाने को कुछ नहीं होता था, तो, वो प्लेग, भुखमरी और सूखे से मर चुके लोगों की लाश को ही नोच खाने लगे थे.
सार्स
सार्स वर्ष 2003 के दौरान चीन से फैला था. उसकी वजह से करीब 1500 से 2000 लोगों की जान गई थी. ये बीमारी भी चीन से फैली थी. माना गया था कि वहां ये वायरस किसी जानवर या बर्ड मनुष्यों में पहुंचा और फिर हवा के जरिए फैलने लगा.
अफ्रीका में रिंडरपेस्ट वायरस
1890 के आसपास'रिंडरपेस्ट' नामक बीमारी ने एक समय में मध्यपूर्व, अफ्रीका और एशिया में महामारी का रुप ले लिया था. इसने लगभग 90% पालतू जानवरों को खत्म कर दिया था इसके कारण हज़ारों की संख्या में दुधारू पशुओं की मौत हो गई थी. उम्मीद जताई जा रही है कि 'स्मॉलपॉक्स' के बाद 'रिंडरपेस्ट' दूसरी ऐसी बीमारी है जिसके जीवाणु को खत्म करने में इंसान ने कामयाबी पाई है. इस बीमारी की वजह से यूरोपियन देशों को अपना साम्राज्य बढ़ाने में मदद मिली थी.
पीत ज्वर या येलो फीवर
पीत ज्वर (YF) एक ऐसा वायरल रोग है जो संक्रमित मच्छर के काटने द्वारा मनुष्यों में फैलता है और साथ ही कुछ अन्य प्राइमेट्स और मनुष्यों के बीच फैलता है.पीत ज्वर लैटिन अमेरिका और अफ्रीका के क्षेत्रों में स्थानिक है.लगभग 84,000-170,000 मामले और लगभग 60,0000 मौंतें पीत ज्वर के कारण हर साल होती हैं.
सऊदी अरब में ऊंट की वजह से वायरस फैला था जिस वायरस की वजह से लगभग 2000 लोग मारे गए थे. सऊदी अरब में ऊंट का मीट बेचा जाता है और इसे खूब चाव से खाया भी जाता है