वर्तमान समय में इतनी बीमारियाँ आ गई हैं, जिनका आज कल पता नहीं चलता | कब कौन सी बीमारी हो जाए | कई लक्षण ऐसे होते है, जो हमें सामान्य लगते हैं, परन्तु वो किसी ऐसी बीमारी के लक्षण निकलते हैं, जिनको समझना बड़ा ही मुश्किल होता है |
डिस्लेक्सिया डिस्ऑर्डर एक ऐसी बीमारी है, जिसके कारण बोलने और पढ़ने लिखने में परेशानी होती है | ये बीमारी बच्चों को होती है | अगर आपको "तारे ज़मीन पर" फिल्म याद हो, जिसमें बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता था | उसको जल्दी कुछ समझ नहीं आता था और न ही वो किसी के साथ घुल-मिल पाता था |
डिस्लेक्सिया डिस्ऑर्डर क्या है ?
डिस्लेक्सिया डिस्ऑर्डर बीमारी है, जो बच्चों में होती है | पूरी दुनिया में 10 में एक बच्चा इस बीमारी का शिकार होता है | "डिस्लेक्सिया एसोसिएशन ऑफ इंडिया" के अनुमान के अनुसार भारत में लगभग 10 से 15 प्रतिशत स्कूल के बच्चे इस बीमारी से प्रभावित होते हैं | यह एक ऐसी बीमारी हैं, जिसके कारण बच्चे शब्दों को समझ नहीं पाते , सही से बोल नहीं पाते | पढ़ाई करने में उनकी गति बहुत धीमी होती है, दिमाग पूरी तरह से विकसित नहीं होता ये कहना सही नहीं होगा परन्तु हाँ यह कह सकते हैं, कि दिमाग पूरी तरह से खुला नहीं होता |
डिस्लेक्सिया डिस्ऑर्डर लक्षण :-
- इस बीमारी के कारण ऐसे बच्चे देर से बोलना शुरू करते हैं और नए शब्दों को जल्दी नहीं सीख पाते |
- ऐसे बच्चों को कविताएं याद करने में समय लगता है, और उन्हें क्रम में चीज़ें याद नहीं होती |
- अगर ऐसे बच्चों को जल्दी से कोई काम समझा दिया जाएं तो जल्दी समझ नहीं आता और ऐसे बच्चे कोई चीज़ सुनकर समझने में असमर्थ होते हैं |
- बच्चों को अक्सर कविताएं खेल-खेल में सिखाई जाती हैं, परन्तु ऐसे बच्चे ऐसे खेल में भ्ही कठनाई महसूस करते हैं और इनकी सबसे बड़ी समस्या गणित विषय होता है |
- ऐसे बच्चों की समझने की शक्ति उनके उम्र के हिसाब से कम होती है, और सुनकर यह किसी चीज़ को समझ नहीं पाते, हर बात लिख कर बतानी पड़ती है |
- ऐसे बच्चे अक्सर अक्षरों में अंतर नहीं कर पाते और जिन शब्दों को वो नहीं जानते उसका उच्चारण तक करने में इन्हे परेशानी होती है |
- अन्य भाषा सीखने में इन बच्चों को परेशानी होती है, जो चीज़ें पूरी तरह स्पष्ट न हो जैसे चुटकुला या किसी की आकर्ति आदि ये समझ नहीं पाते |
- ऐसे बच्चे किसी भी कहानी को विस्तृत रूप से समझा नहीं सकते, इन्हें अक्सर कुछ बातें याद नहीं होती |