इस सवाल का सीधा सा जवाब सरकारी नौकरी ही है। सरकारी नौकरी में प्रमोशन और वेतन में बढ़ौतरी सबसे बड़े फायदे है। हालांकि कभी कभी सरकारी नौकरी के सामने प्राइवेट नौकरी फायदेमंद लगती है क्यूंकि कुछ हालात में सरकारी नौकरी वालो को हेडक्वार्टर छोड़ना मना होता है और छुट्टी भी नहीं मिलती है। सरकारी नौकरी पाने के लिए कॉम्पिटिटिव एग्जाम पास करना पड़ता है और उसमे टाइम भी लगता है जबकि प्राइवेट नौकरी जल्द मिल जाती है और अगर कोई पहचान हो तो प्राइवेट नौकरी दो दिन में भी मिल सकती है।
Loading image... सौजन्य:जॉब लगाओ
प्राइवेट नौकरी में अगर आप कोई अच्छी कंपनी में काम करते हो तो अच्छा वेतन और प्रमोशन मिल सकता है। आप एक जॉब से दूसरी जॉब भी आसानी से बदल सकते हो जो की सरकारी नौकरी में कम संभव होता है। सरकारी नौकरी में जॉब सिक्योरिटी सबसे बड़ा प्लस पॉइंट है जो की प्राइवेट नौकरी में नहीं हो सकता। हालांकि अब तो कुछ ऐसे भी रूल्स है जिससे प्राइवेट जॉब में आसानी से आपको निकाला नहीं जा सकता पर फिर भी जो प्रतिष्ठा और मान सरकारी जॉब में है वो प्राइवेट जॉब में नहीं मिलता। सरकारी जॉब में पेंशन और रिटायरमेंट बेनिफिट्स भी काफी मिलते है जो की प्राइवेट नौकरी में नहीं मिलते। इन सब बातो को देखते हुए सरकारी नौकरी ही बेहतर मानी जाती है।