भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल के क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए दिया जाता है। मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को कुछ सुविधाएँ मिलती हैं, लेकिन ये सुविधाएँ उनके परिवार को नहीं दी जाती हैं।
मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को मिलने वाली सुविधाएँ:
सम्मान:
- भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति का नाम भारत रत्न प्राप्तकर्ताओं की सूची में शामिल किया जाता है।
- उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित घोषित किया जाता है।
- उनके नाम के साथ "भारत रत्न" की उपाधि जुड़ी होती है।
प्रतीकात्मक पुरस्कार:
- मरणोपरांत सम्मानित व्यक्ति को भारत रत्न का कांस्य पदक दिया जाता है।
- यह पदक उनके परिवार को सौंपा जाता है।
मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति के परिवार को मिलने वाली सुविधाएँ:
सम्मान:
- मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति के परिवार को राज्य सरकार द्वारा अतिथि सुविधाएँ प्रदान की जाती हैं।
- उन्हें राज्य में यात्रा करते समय बोर्डिंग, परिवहन और आवास सुविधाएं दी जाती हैं।
अन्य सुविधाएँ:
- कुछ मामलों में, राज्य सरकार मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति के परिवार को पेंशन, आवास या अन्य सुविधाएँ भी प्रदान कर सकती है। यह पूरी तरह से राज्य सरकार के विवेक पर निर्भर करता है।
- यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति के परिवार को मिलने वाली सुविधाओं के लिए कोई निश्चित नियम या कानून नहीं है।
कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- भारत रत्न 1954 में स्थापित किया गया था।
- अब तक 53 लोगों को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है।
- मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित होने वाला पहले व्यक्ति लाल बहादुर शास्त्री जी था।
यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को कोई वित्तीय लाभ नहीं मिलता है। यह सम्मान केवल व्यक्ति की उपलब्धियों को स्वीकार करने और उनका सम्मान करने के लिए दिया जाता है।
निष्कर्ष:
मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को कुछ सुविधाएँ मिलती हैं, लेकिन ये सुविधाएँ उनके परिवार को नहीं दी जाती हैं। मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति के परिवार को मिलने वाली सुविधाएँ राज्य सरकार के विवेक पर निर्भर करती हैं।
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