जिस तरह से शेयर बाजार में निवेश को लेकर उठापटक चल रही है उससे कहा जा सकता है कि निवेशक रिस्क लेने से बच रहे हैं। यदि इंफ़्रा स्टॉक से संबंधित निवेश की बात करे तो फिलहाल यह काफी पिछड़ रहा है। जानकारों के अनुसार इसके बहुत से कारण हो सकते है लेकिन आर्थिक लेन-देन करने वाली संस्थाओं की कर्ज़ नीति में बदलाव की वजह से ऐसा हुआ है।
जैसा कि मार्किट में माहौल है कि बैंकों विशेषकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में बढ़े एन.पी.ऐज़. की वजह से इंफ़्रा स्टॉक क्षेत्र की कंपनियों की परेशानियों को बढ़ा दिया हैं। बीते दिनों की मंदी, फिर नोटबंदी पर पी.एन.बी., आई.सी.आई.सी.आई., एक्सिस बैंकों से जुड़े वित्तीय अनियमितताओं पर आर.बी.आई. द्वारा ऐसी देनदारी पर अंकुश लगाने के लिए कड़े निर्देश दिए गए हैं। विकास दर में पहले से ही ढीले चल रहे इंफ़्रा स्टॉक क्षेत्र को ऐसी घटनाओं की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। जिससे इसकी विकास दर और भी प्रभावित हो रही है।
लंबे समय तक करें निवेश, तो नुकसान का खतरा हो सकता है कम
जानकारों के अनुसार अक्सर शेयर बाजार में तेज़ी (लिवाली यानी संवेदी सूचकांक में बढ़त) और मंदी (बिकवाली यानी संवेदी सूचकांक में गिरावट) का दौर लगा रहता है। शेयर्स के भाव गिरने पर निराश न होकर, अच्छी कंपनियों के स्टॉक्स लम्बे समय के लिए खरीद के रख लेना चाहिए। इससे शेयर्स ऊंची कीमत पर उन्हीं लोगों के लिए अच्छा है जिन्होने उनमें निवेश किया हुआ है।
वैसे भी निवेशकों को शेयर बाजार में इंफ़्रा क्षेत्र में निवेश हमेशा दीर्घ कालिक यानी लम्बे समय के लिए होना चाहिए, क्योंकि इस क्षेत्र की कंपनियां बिग टिकट प्रोजेक्ट्स (महँगी परियोजनाओं) में काम करती हैं जिनका जेस्टेशन पीरियड (पूरा होने में लगने वाला समय) काफी लम्बा होता है। ऐसे में इस क्षेत्र में निवेश करना हो तो जल्दबाज़ी ना करे और सब्र से काम लें। फिर भी यदि आप यदि कम समय के लिए निवेश करना चाहते है इस क्षेत्र की कंपनियों के शेयर्स से दूर ही रहे।
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इंफ़्रा स्टॉक क्या होता है?
इंफ़्रा स्टॉक्स उन कंपनियों के शेयर्स होते हैं जो ढांचागत विकास में लगे होते हैं। यह किसी व्यापार या देश के बुनियादी भौतिक प्रणाली को विकसित करने में सक्रिय होते हैं। मसलन- परिवहन, संचार, जल और विद्युत तंत्र जैसे क्षेत्र से जुड़े कंपनियों के शेयर्स को अक्सर इंफ़्रा स्टॉक्स कहा जाता है। उदाहरण के तौर पर आई.आर.बी., जी.एम.आर., अडानी, एच.सी.सी. कुछ जानी मानी इंफ़्रा क्षेत्र की ज़्यादातर खरीदी बेची जानी वाली कंपनियां हैं।
(आर्थिक मामलों के जानकार प्रत्युष भास्कर से बातचीत के आधार पर )