अक्सर देखा गया है की जो लोग बड़ी बड़ी आई टी कंपनियों में काम करते है वह बहुत उदास और सुस्त रहते है इसके पीछे वैसे तो कई कारण है या फिर यूँ समझिये शुरुआत में आई टी कंपनियों में काम हर किसी को अच्छा लगता है लेकिन दो से तीन महीने बाद ही यह एहसास होने लगता है की हम रोज़ रोज़ घर के बनें दाल चावल खा रहे है, और हर रोज़ एक ही चीज़ खा कर तो कोई भी परेशान हो जाता है, यही वजह है आयी टी कंपनियों में काम करने वाले लोग अक्सर उदास - उदास ही देखे जाते है |
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एक वजह यह भी है की भारतीय आई टी कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों के ऊपर बहुत दबाव होता है जिससे वह हर दम केवल अपने काम करने के बारे में ही सोचते रहते है | अगर में फेसबुक, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों की तुलना भारतीय आई टी कंपनियां इनफ़ोसिस, टी सी इस और विप्रो से करू तो गलत नहीं होगा क्योंकि गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां जो काम उनके कर्मचारी नहीं करना पसंद करते उसे आउट सोर्स कर देती है |
यही वजह हैं की वहां के कर्मचारियों के साथ उदास रहने वाली समस्यां नहीं पायी जाती लेकिन भारत में ऐसा नहीं है |
रोज़ रोज़ एक सा काम करने से तनाव और उदासी जैसी स्थिति पैदा होती है | काम का प्रेशर और कम समय सीमा में ज्यादा काम करने का दबाव ही आई टी कंपनियों में लोगों के उदास रहने का कारण है |