नमस्कार राहुल जी , आपका सवाल बहुत ही अच्छा है क्योकि सभी जानते है 1 मई को अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है ,पर क्यों मानते है ये शायद ही किसी को पता होगा |
मजदूर दिवस की शुरुआत 19 वीं शताब्दी को हुई,जब मजदूर संघ और श्रमिक आंदोलन ने अमेरिका में तेजी से अपना विस्तार करना शुरू किया | कई देशों की तरह भारत में भी मजदूर दिवस के अवसर पर सार्वजनिक छुट्टी होती है | इस दिन मजदूर संघ अपनी एकता का प्रदर्शन करते हुए रैलियां और दूसरे तरह के आयोजन करते हैं |
वास्तव में साल 1886 में शिकागो में पुलिस के खिलाफ मजदूरों ने विरोध-प्रदर्शन किया और इस विरोध प्रदर्शन के दौरान जो ब्लास्ट हुआ उसमे कई मजदूर मारे गए | उन्ही मजदूरों को श्रद्धांजलि देने के लिए 1 मई को बतौर अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है | अगर मजदूर ना हो तो कोई काम नहीं हो सकता | हम लोग सामान्य जीवन जीते है ,इसलिए क्योकि हमारे आस-पास कई सारी सुविधाएँ है | ये सभी सुविधाएँ हमे इसलिए मिली है क्योकि ये मजदूरों की मेहनत है |
आज हमारा देश किसी मेट्रो सिटी से कम नहीं ,कितनी सुविधा प्राप्त है ,मेट्रो रेल की सुविधा,फ्लाइट की सुविधा,ट्रैन की सुविधा ,बस की सुविधा ,हमारे इतने शानदार घर में रहने की सुविधा ,किसके कारण है ,ये सब मजदूर लोगो के कारण ही मिली है | वैसे मजदूर दिवस तो हर रोज ही होता है ,क्योकि मजदूर का दिन हर रोज होता है ,तभी देश में हर दिन नई तरक्की आती है |