Cashier ( Kotak Mahindra Bank ) | पोस्ट किया |
Engineer,IBM | पोस्ट किया
व्हाट्सप्प आज के मोबाइल और इन्टरनेट के युग में एक महत्पूर्ण कड़ी है और इससे न केवल लोग एक दूसरे से जुड़े रहते हैं बल्कि इसे अन्य कई तरीके से इस्तेमाल भी कर सकते हैं | आईये देखें व्हाट्सप्प से कैसे दवा के असली और नकली होने का पता चलेगा |
दवाओं का सेवन हम सभी करते हैं परन्तु दवा असली है या नकली यह कभी नहीं जांचते | नकली दावा के सेवन से हमारे स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ता है और हम स्वस्थ नहीं हो पाते | जल्द ही ३०० टॉप दवा कंपनियों की सिरप और दवा की स्ट्रिप पर एक यूनीक नंबर अंकित किया जायेगा | एक मोबाइल नंबर भी दिया जायेगा | इस १४ डिजिट के कोड को दिए गए मोबाइल नंबर पर मेसेज करने पर जिस कम्पनी ने दवा बनायीं है उसका नाम और पता, दवा का बैच नंबर, मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट जैसी महत्वपूर्ण जानकारी खरीददार को मिल जाएगी | इस मध्यम से दवा की सही जानकारी प्राप्त होने पर आप जान सकेंगे की दवा असली है या नकली | इस सिस्टम को ‘ट्रेस एंड ट्रैक' सिस्टम कहा जाता है और यह जल्द ही लागू होगा |
यह सिस्टम तो अच्छा है परन्तु सोचिये उन गरीब, कम पढ़े लिखे लोगों का क्या होगा जिन्हें व्हाट्सप्प आदि नहीं चलाना आता?
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